अथर्व की मां ने की बस कंडक्टर की नौकरी
अंडर-19 एशिया कप 2019 में सबसे अधिक 12 विकेट लेने वाले अथर्व के लिए निजी जीवन इतना आसान नहीं रहा। 2010 में जब वह महज 9 साल के थे तो उनके पिता का निधन हो गया। उनके पिता मुंबई की बेस्ट बस सेवा में कंडक्टर थे। इसके बाद उनकी मां वैदेही ने अपने बेटे की परवरिश और उनके सपने को पूरा करने के लिए बस कंडक्टर की नौकरी कर ली और बेटे की परवरिश में कोई कमी नहीं रहने दी।
अथर्व फिलहाल बी.कॉम सेकेंड ईयर के छात्र हैं। वह भी अपने बड़े भाई की तरह क्रिकेटर बनना चाहता है और वह फिलहाल अंडर-14 टीम में खेलता है। पिता के निधन के बाद से अभाव को झेल रहे इस परिवार को उनकी मां चला रही है। इसके बावजूद उन्होंने अपने दोनों बेटे की परवरिश में कोई कोताही नहीं की।
अथर्व बेहद कम उम्र से क्रिकेट की कोचिंग ले रहे हैं। उन्होंने एक साक्षात्कार में बताया था कि 2010 में उनकी गेंदबाजी से प्रभावित होकर क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने उन्हें बतौर इनाम ग्लव्स भेंट किए थे। इतना ही नहीं, उन्होंने ग्लव्स पर अपना ऑटोग्राफ भी दिया था।