आईपीएल फ्रेंचाइजी संयुक्त रूप से रिटेंशन और राइट-टू-मैच (RTM) विकल्प चुन छह खिलाड़ियों को टीम में बनाए रख रखती हैं। इसके अलावा ऑक्शन पर्स भी बढ़ाकर 120 करोड़ रुपये कर दिया गया है, जो पिछले साल 100 करोड़ रुपये था। रिटेंशन में अधिकतम पांच कैप्ड खिलाड़ी और अधिकतम दो अनकैप्ड खिलाड़ी हो सकते हैं।
रिटेन होने वाले खिलाड़ियों को मिलेंगे इतने रुपये –
1 स्लॉट – 18 करोड़ रुपये
2 स्लॉट – 14 करोड़ रुपये
3 स्लॉट – 11 करोड़ रुपये
4 स्लॉट – 18 करोड़ रुपये
5 स्लॉट – 14 करोड़ रुपये
6 स्लॉट – 4 करोड़ रुपये (अनकैप्ड)
1 स्लॉट – 18 करोड़ रुपये
2 स्लॉट – 14 करोड़ रुपये
3 स्लॉट – 11 करोड़ रुपये
4 स्लॉट – 18 करोड़ रुपये
5 स्लॉट – 14 करोड़ रुपये
6 स्लॉट – 4 करोड़ रुपये (अनकैप्ड)
ऐसे में अगर कोई फ्रैंचाइज़ ऑक्शन से पहले पांच कैप्ड खिलाड़ियों को रिटेन करती है, तो उसे 75 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे। जो पर्स का लगभग दो-तिहाई बजट है। इसके अलावा मेगा ऑक्शन में हर टीम के पास अधिकतम 6 राइट-टू-मैच कार्ड तक का उपयोग करने का विकल्प होगा, लेकिन यह संख्या इस पर निर्भर करेगी कि टीम ऑक्शन से पहले कितने खिलाड़ियों को रिटेन करती है। उदाहरण के लिए, अगर कोई फ्रैंचाइज़ी 4 खिलाड़ियों को रिटेन करती है, तो उनके पास मेगा ऑक्शन के दौरान 2 RTM कार्ड होंगे।