इसको लेकर सवाल पूछे जाने पर ऑलराउंडर डेरिल मिचेल ने न्यूजीलैंड के ट्रेनिंग सत्र के बाद कहा, एक जो हम नहीं कर सकते, वह यह है कि हम सतह नहीं बदल सकते। हमारे सामने जो है उसे देखते हुए हमें प्रतिक्रिया देनी होगी और तेजी से सामंजस्य बैठना होगा। हम विकेट में बदलाव नहीं कर सकते। वह जैसी है, वैसी ही रहेगी। हमे यकीन है कि रणनीति के साथ उतरेंगे और 20 विकेट चटकाने का तरीका ढूंढ ही लेंगे उम्मीद है कि कुछ रन भी बनाएंगे।
पढ़ें: संन्यास ले चुके डेविड वार्नर आखिर क्यों है भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में वापसी को तैयार? आगामी दो टेस्ट मैचों को लेकर बातचीत में मिचेल ने कहा, भले ही दो टेस्ट मैचों में मिट्टी (पुणे में काली मिट्टी और मुंबई में लाल मिट्टी) की भूमिका अहम होगी, लेकिन उम्मीद है की हमारी टीम इसका हल निकालने में सफल रहेगी। उन्होंने यह भी माना कि हर देश में खेलने की चुनौतियां अलग-अलग तरह की होती है। उन्होंने श्रीलंका दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि गॉल की अपेक्षा यहां अलग तरह का स्पिनरों के अनुकूल विकेट था। अगले टेस्ट मैच का भी विकेट अलग तरह का होगा।
हार से भारत के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप अभियान को झटका
न्यूजीलैंड से पहले टेस्ट मैच में हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत अब भारत को कुल 7 टेस्ट मैच खेलने हैं। इनमें से कम से कम चार टेस्ट मैच में जीत दर्ज करने के बाद ही भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना सकता है। भारत को अब घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड से दो, जबकि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के मद्देनजर ऑस्ट्रेलिया से पांच टेस्ट मैच खेलने हैं। अब भारत को हरहाल में न्यूजीलैंड के खिलाफ शेष दो टेस्ट मैच में जीत दर्ज करनी होगी। वहज स्पष्ट है, भारत ने पिछले दो ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मेजबान टीम के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया हो लेकिन कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर इस बात को बेहद अच्छी तरह समझते हैं कि इस बार भारत के लिए यह आसान रहने वाला नहीं है।