न्यूजीलैंड की दूसरी पारी में एकमात्र संघर्ष करने वाले बल्लेबाज विल यंग रहे, जिन्होंने 100 गेंदों में 51 रन में दो चौके और एक छक्का जड़ा। अश्विन ने यंग को अपनी ही गेंद पर कैच किया। डेवॉन कॉनवे ने 22, डेरिल मिचेल ने 21 और ग्लेन फिलिप्स ने 26 रन बनाए। जडेजा ने मैट हैनरी को 10 रन पर जैसे ही बोल्ड किया, उसी के साथ दिन का खेल समाप्त हो गया। एजाज पटेल 7 रन बनाकर क्रीज पर हैं। आकाशदीप ने न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम को 1 रन पर बोल्ड कर भारत को पहली सफलता दिलाई। जिसके बाद अश्विन और जडेजा ने मेहमानों की पारी को अस्त-व्यस्त कर दिया।
वॉशिनंगटन सुंदर ने कॉनवे का विकेट झटका। अश्विन जडेजा ने इसके बाद अगले सात विकेट निकालकर भारत के लिए जीत की उम्मीद जगा दी। मैच का फैसला कल (रविवार) पहले सत्र या दूसरे सत्र में हो जाएगा। हालांकि जिस तरह तीसरे दिन पिच खेली है, उससे टीम इंडिया की मुश्किलें भी बढ़ सकती है। इस सीरीज में वैसे भी भारत एक बार सिर्फ 107 और एक बार 43 पर पर ढेर हो चुका है। ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों के अपनी गलतियों से भी बचना होगा।
गलतियों से भारतीय बल्लेबाजों को बचना होगा
पहली पारी में यशस्वी जायसवाल हों या विराट कोहली, इन बल्लेबाजों ने अपने विकेट फेंक दिए थे, जिससे एक समय टीम इंडिया पर दबाव बन गया था। गेंद थोड़ी नीचे रहने वाली है और नई गेंद से मैट हेनरी कहर बरपा सकते हैं। पुरानी गेंद से एजाज पटेल और ग्लैन फिलिप्स भारतीय बल्लेबाजों की परिक्षा लेने के लिए तैयार हैं। ऐसे में टीम इंडिया को तीसरा टेस्ट जीतना है तो उन्हें संभलकर खेलना होगा और गलतियों से बचने की कोशिश लगातार जारी रखनी होगी।