‘हमारी टीम में भी चार स्पिनर’
टॉम लैथम ने कहा कि हमारे सामने जिस तरह की भी परिस्थितियां रहेंगी, हम कोशिश करेंगे कि उसके प्रति हम जल्द से जल्द अनुकूलित हो जाएं। यह एक ऐसा मामला है, जो हमारे नियंत्रण में नहीं है। अगर हमें लगा कि पिच पर स्पिनरों के लिए ज़्यादा मदद रहेगी तो हमारी टीम में भी चार स्पिनर हैं। हम पहले से अत्याधिक धारणाओं के साथ मैदान पर नहीं उतर सकते।
रचिन रवींद्र ने भी किया कप्तान का सपोर्ट
ऑलराउंडर रचिन रविंद्र ने भी अपने कप्तान के इस विचार का समर्थन किया है। 2017 में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ एक ऐसी पिच पर मैच खेला था, जो काफ़ी ज़्यादा टर्न कर रही थी लेकिन यह बात भारतीय टीम के पक्ष में नहीं गई थी और उन्हें उस मैच में हार का सामना करना पड़ा था। उस मैच में स्टीव ओ कीफ़ ने 12 विकेट लिए थे, जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया तीन दिन में ही वह टेस्ट मैच जीत गया था। ‘पिच पर गेंद काफ़ी ज़्यादा स्पिन होती है हमारे लिए अच्छा’
रचिन रविंद्र ने कहा, “अगर पिच पर गेंद काफ़ी ज़्यादा स्पिन होती है तो इससे हमारी टीम के लिए भी अच्छा मौक़ा बनेगा। अगर आप टॉस जीत जाते हैं और पहले गेंदबाज़ी करते हुए दो-तीन विकेट जल्दी ले लेते हैं तो आप मैच पर अच्छी पकड़ बना सकते हैं। एक टीम के तौर पर हमारे सामने जो भी प्रस्तुत किया जाएगा, हमें उसे स्वीकार करना होगा। हम उसे बदल नहीं सकते। पिच पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है लेकिन हम अपने रवैये को नियंत्रित कर सकते हैं।
प्लेइंग XI को लेकर कही ये बात
वहीं, लैथम ने आगे कहा कि मैंने अपनी प्लेइंग XI के बारे में काफ़ी कुछ सोचा है। मैच से पहले ही हम अपना अंतिम निर्णय लेंगे। हम जिन अभ्यास पिचों पर खेल रहे हैं, उम्मीद है कि वह मैच की पिच जैसी या कुछ हद तक समान होंगी। मुझे लगता है कि यही हमारे टीम की खू़बसूरती है कि हम खेल में बहुत अधिक पूर्वधारणाएं लेकर नहीं जाते और यह सुनिश्चित करने की कोशिश करते हैं कि हम जितनी अच्छी तरह से परिस्थिति के प्रति अनुकूलित हो सकें हों।