न्यूजीलैंड ने बेंगलुरु टेस्ट मैच में जीत हासिल की थी। तब कीवी टीम को 36 वर्षों बाद विजय नसीब हुई थी। अब मेहमान टीम ने भारत में पहली टेस्ट सीरीज पर कब्जा जमा लिया है। न्यूजीलैंड की इन दो जीत में केन विलियमसन, ट्रेंट बोल्ट और मैट हेनरी टीम का हिस्सा नहीं थे। अगर ये दिग्गज कीवी टीम का हिस्सा होते तो रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम के लिए और भी मुश्किल खड़ी हो जाती।
पढ़ें: IND vs NZ 2nd Test: सदियों तक याद रहेगी रोहित की गलतियां, खराब प्रदर्शन ही नहीं, खराब फैसलों की वजह से हारी टीम इंडिया दरअसल, केन विलियम्सन श्रीलंका दौरे के दौरान चोटिल हो गए थे, इसलिए भारत दौरे पर वह कीवी टीम का हिस्सा नहीं हैं। मैट हैनरी पुणे टेस्ट मैच में कीवी टीम के प्लेइंग-11 का हिस्सा नहीं थे। हालाकि उन्होंने बेंगलुरु टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन किया था और भारत के खिलाफ कुल 8 विकेट चटकाए थे। वहीं, 2022 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके ट्रेंट बोल्ट अगर कीवी टीम का हिस्सा होते तो भारतीय टीम को घरेलू सरजमीं पर और बुरी हार झेलनी पड़ सकती थी।
टॉम लैथम की शानदार कप्तानी
न्यूजीलैंड की टीम श्रीलंका में हारकर भारत दौरे पर आई थी। टिम साउदी ने कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में टॉम लैथम ने जिम्मेदारी संभालते हुए बढ़िया कप्तानी की। पहले मैच में कीवी तेज गेंदबाजों ने बागडोर संभाली और दूसरे मैच में सैंटनर ने अगुवाई की। बल्लेबाजी में कॉन्वे और रचिन रवींद्र के साथ कप्तान टॉम लैथम ने भी योगदान दिया और न्यूजीलैंड ने टेस्ट क्रिकेट की सबसे मुश्किल सीरीज में से एक सीरीज जीत दिला दी। पढ़ें:
IND vs NZ 2nd Test: रोहित शर्मा ने धोनी के खराब रिकॉर्ड की कर ली बराबरी जब भारत पिछली बार घर पर टेस्ट सीरीज़ हारा था तब गंभीर उस टीम का हिस्सा थे और आज गंभीर टीम के मुख्य कोच हैं। इंग्लैंड के खिलाफ मिली उस सीरीज हार में अश्विन और कोहली भी भारतीय टीम का हिस्सा थे। सैंटनर ने दूसरे टेस्ट में कुल 13 विकेट हासिल किये। उन्होंने पहली पारी में 53 रन पर सात और दूसरी पारी में 104 रन पर छह विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी।