इस नियम का उल्लंघन करने पर फील्डिंग करने वाली टीम पांच रन का जुर्माना लगाया जाएगा। स्टॉप क्लॉक नियम को मंजूरी दुबई में चल रही आइसीसी की बैठकों के दौरान मिली, जिससे भविष्य के टूर्नामेंटों में इसके इस्तेमाल को लेकर चर्चा हो रही है।
समय की बर्बादी कम करना लक्ष्य:
-स्टॉप क्लॉक नियम का लक्ष्य मैच के दौरान समय की बर्बादी को कम करना है। इस नियम के मुताबिक फील्डिंग टीम को एक ओवर खत्म होने के बाद अगला ओवर 60 सेकेंड यानी एक मिनट के अंदर शुरू करना होता है।
-मैदानी अंपायरों के पास स्टॉप वॉच होगी, जो ओवर खत्म होते ही ऑन हो जाएगी। यदि फील्डिंग टीम इस नियम का पालन नहीं कर पाती हैं, तो उसपर पेनल्टी का भी नियम है।
दो बार मिलेगी चेतावनी :
इस नियम को लागू करवाने का दायित्व मैदानी अंपायरों पर होगा। इस गलती के कारण फील्डिंग टीम पर पांच रन का जुर्माना लग सकता है। हालांकि, इससे पहले उन्हें दो बार चेतावनी मिलेगी।
इन स्थिति में नहीं लागू होगा नियम
हालांकि कुछ परिस्थितियों में यह नियम लागू नहीं होगा। जैसे बल्लेबाज के आउट होने के बाद समय लेना, डीआरएस समीक्षा या अप्रत्याशित परिस्थितियों में गेंदबाजी करने वाली टीम को दंडित नहीं किया जाएगा।
चैंपियंस लीग के आयोजन पर भी मंथन जारी
आइसीसी की इस बैठक में एक बड़ा मुद्दा 2025 में पाकिस्तान की मेजबानी में आयोजित होने वाली चैंपियंस लीग ट्रॉफी भी है। दरअसल, भारतीय क्रिकेट टीम सुरक्षाकारणों से पाकिस्तान नहीं जाना चाहती। वहीं, पाकिस्तान हर हाल में चाहता है कि इस टूर्नामेंट की मेजबानी वह अपने ही देश में करे। हालांकि पाकिस्तान टीम 2023 में आइसीसी वनडे विश्व कप खेलने के लिए भारत आई थी।