इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका के सामने 166 रनों का लक्ष्य रखा। जवाब में श्रीलंका ने इसे 18.4 ओवर में मात्र दो विकेट खोकर इसे हासिल कर लिया। श्रीलंका के लिए हर्षिता ने सबसे ज्यादा 51 गेंद पर छह चौके और दो छक्के की मदद से नाबाद 69 रन बनाए। वहीं कप्तान अटापट्टू ने 43 गेंद पर 9 चौके और दो छक्के की मदद से 61 रनों की पारी खेली। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 87 रनों की साझेदारी की।
इन दोनों के अलावा कविशा दिलहारी ने 16 गेंद पर नाबाद 30 और विष्मी गुणारत्ने ने एक रन का योगदान दिया। श्रीलंका के बल्लेबाजों ने स्पिनर राधा यादव की जमकर धुनाई की। राधा ने चार ओवर में 47 रन लुटाये और एक भी विकेट नहीं लिया। भारत के लिए एक मात्र विकेट दीप्ति शर्मा ने चटकाया।
इस जीत के साथ श्रीलंका ने इतिहास रच दिया है। वह महिला क्रिकेट के इतिहास में एशिया कप के खिताब को जीतने वाली तीसरी टीम बन गई है। महिला एशिया कप के अबतक आठ सीजन खेले गए हैं। जिसमें से छह खिताब भारत ने जीते हैं और एक खिताब बांग्लादेश ने अपने नाम किया है।
इससे पहले भारतीय महिला टीम ने स्मृति मंधाना के शानदार अर्धशतक की बदौलत 20 ओवर में छह विकेट पर 165 रन बनाए थे। भारत के लिए स्मृति ने 47 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से 60 रन बनाए, लेकिन अन्य भारतीय बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। श्रीलंका की ओर से कविष्का दिलहारी ने दो विकेट अपने नाम किए।