हरभजन और धोनी 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का अहम हिस्सा थे। हरभजन सिंह ने कहा, ‘मैं धोनी से बात नहीं करता, जब मैं सीएसके में खेलता था, तब हमने बात की थी, लेकिन इसके अलावा हमारी बात नहीं हुई। इस बात को 10 साल से ज्यादा हो गए हैं, मेरे पास इस बात का कोई कारण नहीं है, शायद उसके पास हो।’
हरभजन ने आगे कहा, ‘जब हम आईपीएल में सीएसके में खेल रहे थे, तब हम बात करते थे, और वह भी मैदान तक ही सीमित थी। उसके बाद, वह मेरे कमरे में नहीं आया, ना ही मैं उसके कमरे में गया।’ भज्जी ने इस दौरान यह भी कहा कि उनके मन में उनके खिलाफ कुछ भी नहीं है, अगर उन्हें कुछ कहना है तो वे मुझे बता सकते हैं, लेकिन अगर उन्होंने कहा होता तो अब तक वे मुझे बता चुके होते।
भज्जी नेआगे कहा, ‘मैंने उन्हें कभी फोन करने की कोशिश नहीं की, मैं केवल उन्हीं को फोन करता हूं जो मेरा फोन उठाते हैं। मैं उन लोगों के संपर्क में रहता हूं जो मेरे दोस्त हैं। अगर मैं आपको एक या दो बार फोन करता हूं और कोई जवाब नहीं मिलता है तो मैं शायद आपसे केवल उतना ही मिलूंगा जितना मुझे चाहिए।’
हरभजन और धोनी ने आखिरी बार 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। 2015 के वनडे वर्ल्ड कप के बाद, हरभजन और युवराज सिंह को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था। हरभजन ने 2015 के बाद कोई मैच नहीं खेला है। लेकिन उन्होंने 2021 में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा की थी।