विहारी चोट के कारण इंग्लैंड सीरीज के दौरान भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे। उन्हें आस्ट्रेलिया दौरे पर जनवरी में चोट लग गई थी। हालांकि उसके बाद से उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में आंध्र के लिए सात मैच खेले हैं। उन्होंने कहा, मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि हम डब्ल्यूटीसी फाइनल में शानदार प्रदर्शन करने को लेकर आश्वस्त हैं। मैं डब्ल्यूटीसी फाइनल और इंग्लैंड सीरीज के लिए बेस्ट से बेस्ट तैयारी कर रहा हूं।
हनुमा विहारी का कहना है कि काउंटी खेलना उनके लिए चुनौतीपूर्ण रहा लेकिन सीखने के लिए एक अच्छा अनुभव रहा। बता दें कि विहारी इंग्लिश काउंटी वारविकशायर की तरफ से खेलने के लिए अप्रैल के शुरू में इंग्लैंड रवाना हो गए थे। उन्होंने तीन मैच के लिए वारविकशायर के साथ करार किया था। हालांकि नॉटिंघमशायर के खिलाफ पहली पारी में हनुमा शून्य पर आउट हो गए थे।
हालांकि पहले गेम के बाद दूसरे गेम में उन्होंने एसेक्स के खिलाफ 32 और 52 रन की पारी खेली। हनुमा का कहना है कि काउंटी का अनुभव न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में उनकी मदद मदद करेगा। हनुमा का कहना है कि कउंटी में खेलने से उन्हें यहां के क्लाइमेट और पिचों का आइडिया मिल गया है। उन्हें उम्मीद है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के दौरान इससे मदद मिलेगी।