गुरुवार को मिले थे कोहली और रोहित से
गुरुवार 24 अक्टूबर को बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए टीम का चयन होने से पहले गांगुली मुंबई में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और सीमित ओवरों में उपकप्तानी का जिम्मा संभालने वाले रोहित शर्मा से मिले थे। ऐसा माना जा रहा है कि इसी दौरान इस मुद्दे पर गांगुली की बात इन खिलाड़ियों से हुई होगी।
गांगुली ने शुक्रवार को कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) की ओर से उनके सम्मान में आयोजित समारोह में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हम सभी इस बारे में सोच रहे हैं। कुछ करेंगे। उन्होंने कहा कि वह दिन-रात टेस्ट मैच में विश्वास रखते हैं और कोहली भी उनके विचार से सहमत हैं। उन्होंने कहा कि खेल को आगे बढ़ने की जरूरत है और आगे का रास्ता यही है। उन्होंने कहा कि लोगों को काम खत्म कर चैंपियंस को खेलते देखने स्टेडियम में आना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि यह कब होगा, होगा जरूर।
समय के साथ आएगा रोडमैप
टीम इंडिया के रोडमैप के बारे में उन्होंने कहा कि टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है, हालांकि हम बड़े टूर्नामेंट नहीं जीते हैं, इसलिए समय के साथ रोडमैप भी आएगा। भारतीय क्रिकेट में एक अच्छा ढांचा है और पैसा भी है।
गांगुली ने कहा कि आईपीएल अब ईपीएल की तरह दुनिया की सबसे बड़ी लीग है। लोकप्रियता और संचालन के मामले में यह ईपीएल से जरा भी कम नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका काम प्रथम श्रेणी में खेलने वाले सभी स्तर पर क्रिकेटरों की मदद करना है। उनकी इच्छा यह है कि जो खिलाड़ी भारत के लिए नहीं खेलते हैं, उन्हें भी सुविधाएं मिलें। उनकी इच्छा क्रिकेट को विश्वसनीय और स्वच्छ बनाने की भी है।गांगुली ने कहा कि वह अपनी समय सीमा के बारे में नहीं जानते, लेकिन जब वह पद छोड़ेंगे, तब जो नए लोग आएंगे वह यह जरूर कह सकेंगे कि वह एक स्वस्थ प्रणाली पीछे छोड़ गए हैं।
हितों के टकराव पर भी बोले
हितों के टकराव के मुद्दे पर सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ बीसीसीआई के काम न कर पाने पर गांगुली ने कहा कि वह इसे बदल नहीं सकते। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध करना होगा। ऐसा किया जा रहा है। स्थिति रिपोर्ट दायर की गई है। उन्होंने कहा है कि इसे फिर से देखने की जरूरत है। गांगुली ने कहा कि हितों के टकराव के मुद्दे पर समझदारी से काम करना होगा। हमें उसे सरल बनाए रखने की जरूरत है और वह इसे आगे बढ़ाएंगे। वह बड़े खिलाड़ियों को खोना नहीं चाहते।