इलाज कराने की दी थी सलाह
नजम सेठी ने कहा कि जब वह पीसीबी के चेयरमैन बने तो उनके सामने पहली समस्या उमर अकमल को लेकर आई थी। हमारे पास मेडिकल रिपोर्ट थी। इसमें लिखा था कि अकमल को मिर्गी का दौरा पड़ते हैं। इस कारण उन्हें विंडीज से वापस बुला लिया था। सेठी ने कहा कि इसके बाद उन्होंने उमर मिलकर उससे कहा था कि ये गंभीर समस्या है और उन्हें आराम करना चाहिए और इलाज कराना चाहिए।
खुद के लिए खेलते थे अकमल
2013 से 2018 तक पीसीबी के चेयरमैन रहे सेठी ने कहा कि उमर इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं थे कि उन्हें मानसिक समस्या है। उन्होंने कहा कि उन्होंने शुरू में दो महीने के लिए उमर को खेलने से रोका था। इसके बाद मामला मेडिकल रिपोर्ट पर को सौंप कर चयनकर्ताओं के हाथों में सौंप दिया था। इसके साथ ही अकमल ने यह भी कहा कि अकमल अनुशासन में नहीं रहने वाले। वह खुद को टीम से ऊपर समझते हैं। साथ में उमर ने यह भी कहा कि वह प्रतिभाशाली क्रिकेटर तो हैं, लेकिन टीम के लिए नहीं खुद के लिए खेलते थे।