वर्ल्ड नंबर-1 से होगा फाइनल मुकाबला-
फाइनल में सायना का सामना वर्ल्ड नंबर-1 चीनी ताइपे की ताई जु यिंग से होगा, जिन्होंने एक अन्य सेमीफाइनल में चीन की ही बिंगजियाओ को 30 मिनट में ही 21-14, 21-12 से हराया। यिंग के खिलाफ सायना का करियर रिकॉर्ड 5-12 का है और ऐसे में खिताब जीतने के लिए भारतीय खिलाड़ी को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। यिंग ने इस वर्ष एशियाई खेलों में सायना को हराया था।
केवल 3 भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी डेनमार्क ओपन का खिताब जीतने में कामयाब रहे हैं। प्रकाश पादुकोण ने 1979-80 में यह ख़िताब अपने नाम किया था। इसके बाद सायना नेहवाल ने 2012 में और फिर किदाम्बी श्रीकांत ने 2007 में यह ख़िताब अपने नाम किया था। ऐसे में सायना के पास इतिहास रचने का बड़ा मौका है। वह दो डेनमार्क ओपन खिताब जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन सकती हैं।
सेमीफाइनल में ओकुहारा को हरा बनाई थी जगह-
इससे पहले, सायना ने वर्ल्ड रैंकिंग में तीसरे स्थान पर मौजूद जापान की खिलाड़ी नोजोमी ओकुहारा को कड़े मुकाबले में 17-21, 21-16, 21-12 से मात देकर सेमीफाइनल में कदम रखा था। दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के बीच यह मुकाबला 58 मिनट तक चला। सायना ने ओकुहारा को कड़ी टक्कर देते हुए पहले गेम में हारने के बावजूद शानदार वापसी की। दूसरे गेम में भी सायना पिछड़ गई थी लेकिन उन्होंने अपने खेल में सुधार करते हुए गेम को जीत दर्ज की। जापानी खिलाड़ी तीसरे सेट में सायना को बिल्कुल भी टक्कर नहीं दे पाई।
श्रीकांत को सेमीफाइनल में मिली हार-
वहीं, पुरुष एकल के सेमीफाइनल में श्रीकांत को हार का सामना करना पड़ा। दूसरी सीड जापान के केंतो मोमोटा ने भारतीय खिलाड़ी को एकतरफा मुकाबले में 21-16, 21-12 से करारी शिकस्त दी। दोनो खिलाड़ियों के बीच यह मुकाबला 42 मिनट तक चला। मोमोटा ने मैच की शुरूआत से ही दमदार खेल दिखाया और श्रीकांत पर दबाव बनाया। पहले गेम में श्रीकांत ने जापानी खिलाड़ी को थोड़ा पेरशान किया लेकिन दूसरे गेम में अपने खेल को बेहतर नहीं कर पाए। श्रीकांत ने शुक्रवार देर रात हमवतन समीर वर्मा को बेहद कड़े मुकाबले में 22-20, 19-21, 23-21 से मात देकर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।