1) यह नहीं सोचा था कि इतना बड़ा दांव लगेगा कुशाग्र ने कहा, मुझे यह उम्मीद थी कि नीलामी में कोई ना कोई टीम मुझे जरूर खरीदेगी लेकिन यह नहीं सोचा था कि मेरे ऊपर 7.20 करोड़ रुपए का दांव लगेगा। लेकिन मैं इस अमाउंट का दबाव अपने ऊपर नहीं लूंगा और अपना ही गेम खेलूंगा। हालांकि यह रकम मेरे लिए बेहद ही सरप्राइज है।
2) एक दिन पहले तक काफी दबाव में रहा सच कहूं तो नीलामी से एक दिन पहले तक मैं काफी दबाव में था। मैं पहली बार नीलामी में शामिल हुआ था और इस कारण मैं पूरी रात सो नहीं सका। सुबह मैंने प्रैक्टिस भी नहीं की। यही सोचता रहा कि पता नहीं क्या होगा। नीलामी के दौरान मैं रांची में रणजी ट्रॉफी के लिए चल रहे कैंप में था। मैं कमरे में अकेला ही नीलामी देख रहा था। जब मेरा नाम शुरू हुआ और 65 लाख तक रकम पहुंची तो लगातार फोन आने शुरू हो गए।
3) मां से बात की तो हम दोनों भावुक हो गए मैंने सबसे पहले फोन अपनी मां को किया। वो काफी भावुक थी और उनसे बात करते हुए हम दोनों रो पड़े। पिता भी काफी खुश थे। मैं मध्यवर्गीय परिवार से हूं और मेरी दो बहनें भी हैं। हम सभी के लिए ये काफी भावनात्मक पल था क्योंकि मैंने यहां तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत की है और इसमें मेरे पिता का बहुत योगदान है। हमने अभी तक सोचा भी नहीं कि इतने पैसों का क्या करेंगे।
4) धोनी जैसा बनना है और अच्छा प्रदर्शन करना है रांची को धोनी भइया के नाम से पहचाना जाता है। मैं भी धोनी भईया की तरह बनना चाहता हूं। मैं जिस स्टेडियम में प्रैक्टिस करता हूं, वहां वे अक्सर आते हैं। मैंने उन्हें कई बार देखा है, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो सकी है, क्योंकि वे अक्सर कई लोगों से घिरे रहते हैं।
5) अभी सिर्फ शुरुआत से, काफी आगे तक जाना है मुझे मेरी मेहनत का फल मिला है लेकिन यह मेरे लिए अभी सिर्फ शुरुआत है। मुझे काफी लंबा सफर तय करना है। ना सिर्फ आइपीएल बल्कि घरेलू क्रिकेट में भी लगातार अच्छा प्रदर्शन करना है। मेरा फोकस हमेशा सिर्फ अपने खेल पर ही रहेगा।
6) लंबे शॉट लगाना काफी पसंद हैं अकसर लोग मुझसे पूछते हैं कि मेरे अंदर क्या खास है? मुझे लंबे शॉट लगाना बेहद पसंद है और यही मेरी ताकत भी है। मुझे गेंदबाजों पर हावी होकर खेलना पसंद है। मैं आइपीएल जैसे बड़े मंच पर प्रदर्शन करने के लिए मानसिक तौर पर भी तैयार हूं।