अमेरिका पिछली बार से कम जीतेगा पदक
रिपोर्ट के तहत, अमेरिका का प्रदर्शन पिछले दो ओलंपिक गेम्स के मुकाबले कमजोर रहेगा, लेकिन इसके बावजूद वह पदक तालिका में शीर्ष पर रहेगा। इस बार अमरीका कुल 112 पदक जीतेगा, जबकि पिछली बार उसने टोक्यो में कुल 113 पदक जीते थे। दिलचस्प यह है कि अमेरिका के स्वर्ण पदकों की संख्या टोक्यो ओलंपिक के बराबर 39 ही रहेगी, लेकिन उसके रजत पदक की संख्या घट जाएगी। फिलहाल अमेरिका के लगातार तीसरी बार पदक तालिका में शीर्ष पर रहने की भविष्यवाणी की गई है।
चीन के स्वर्ण और कुल पदकों की संख्या घट जाएगी
अमेरिका को कड़ी टक्कर देने के बावजूद चीन पदक तालिका में लगातार दूसरी बार दूसरे स्थान पर रहेगा। रिपोर्ट के तहत, इस बार पेरिस में चीन के स्वर्ण के अलावा कुल पदकों की संख्या भी घट जाएगी। चीन ने टोक्यो ओलंपिक में 38 स्वर्ण सहित कुल 89 पदक जीते थे। लेकिन, इस बार चीन के 34 स्वर्ण सहित कुल 86 पदक जीतने की संभावना जताई जा रही है।
2008 में टॉप पर रहा था
ओलंपिक इतिहास में चीन सिर्फ एक बार पदक तालिका में 2008 ओलंपिक खेलों में शीर्ष पर रहा था। चीन के बीजिंग शहर ने ओलंपिक खेलों की मेजबानी की थी। मेजबान होने का फायदा चीन को मिला था और उसने 48 स्वर्ण, 22 रजत और 30 कांस्य सहित कुल 100 पदक जीते थे। मेजबान फ्रांस के शीर्ष तीन में बनाएगा स्थान
मेजबान फ्रांस पिछली बार 10 स्वर्ण, 12 रजत और 11 कांस्य पदकों के साथ कुल 33 पदक जीतकर आठवें स्थान पर रहा था। लेकिन इस बार उसके प्रदर्शन में सुधार होगा और वह शीर्ष तीन में स्थान बना सकता है।
जापान लुढ़ककर छठे स्थान पर पहुंचेगा
रिपोर्ट के तहत, पिछली बार तीसरे स्थान पर रहे जापान के प्रदर्शन में गिरावट आएगी और वह छठे स्थान पर लुढ़क जाएगा। पिछली बार मेजबान रहे जापान ने 27 स्वर्ण सहित कुल 58 पदक जीते थे।
भारत शीर्ष 50 में जगह बनाएगा
भारतीय एथलीटों ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए एक स्वर्ण सहित कुल सात पदक जीते थे और वह 48वें स्थान पर रहेगा। रिपोर्ट के तहत, इस बार भी भारतीय दल के शीर्ष 50 में रहने की संभावना है। हालांकि इसमें यह नहीं बताया गया कि भारतीय एथलीट कितने पदक जीतेंगे।