मुश्किल पिच पर बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए रहाणे ने 234 गेंद पर 97 रनों की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने सात चौके और एक छक्का लगाया। यश दयाल की बाउंसर गेंद पर रहाणे डक नहीं कर पाये और गेंद उनके ग्लव्स को छूती हुई सीधा विकेट कीपर ध्रुव जुरेल के हाथों में चली गई। रहाणे अपने 41वें फ़र्स्ट क्लास शतक से मात्र तीन रन से चूक गए।
रहाणे ने मुश्किल पिच पर बेहतरीन बल्लेबाजी की और एक छोर से मुंबई की पारी को संभाले रखा। इस पारी की मदद से इस दिग्गज बल्लेबाज ने न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जाने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का दरवाजा खटखटाया है।
इस मैच में खबर लिखे जाने तक मुंबई ने पांच विकेट के नुकसान पर 271 रन बना लिए हैं। करीज़ पर सरफराज 75 रन और शम्स मुलानी पांच रन बनाकर खेल रहे हैं। इससे पहले श्रेयस अय्यर ने 84 गेंद में 57 रन की पारी खेली थी। रेस्ट ऑफ इंडिया के लिए मुकेश कुमार ने तीन और यश दयाल ने दो विकेट झटके हैं।
कभी भारतीय टीम के कप्तान रहे रहाणे लंबे समय से टेस्ट टीम से बहार हैं। रहाणे ने भारत के लिए आखिरी टेस्ट जुलाई 2023 में खेला था, उस वेस्टइंडीज दौरे के बाद से उन्हें स्क्वॉड में जगह नहीं मिली है। 2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में रहाणे ने शानदार प्रदर्शन किया था।