इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने नारेबाजी कर घटना का विरोध जताया। संत कमलनाथ के सान्निध्य में दिए गए ज्ञापन में लिखा गया कि सीकर में गणगौर पर्व के दौरान कुछ लोगों ने महिलाओं से अभद्र व्यवहार किया। जिससे वातावरण खराब हुआ। पुलिस ने भी घरों में घुसकर लोगों से मारपीट की। विहिप के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया। घटनाक्रम के दोषियों के विरुद्ध कार्रवाईकी जाए।
पुलिस कार्यशैली की जांच कर लाठीचार्ज व मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को सीकर से हटाया जाए। विहिप पर की गई अनावश्यक कार्रवाई व मुकदमों को वापस लिया जाए। इस संदर्भ में चूरू बजरंगदल के कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करने वाले पुलिसकर्मियों को चूरू से हटाया जाए। विभिन्न अवसरों पर निकलने वाली शोभायात्राओं के समय पुलिस के पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए जाएं।
प्रखंड अध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने बताया कि ज्ञापन देने वालों में विहिप जिलाध्यक्ष महावीर महर्षि, जिलामंत्री गिरधारी सैनी, प्रखंड मंत्री महेश गौड़, कोषाध्यक्ष हरीश बजाज, श्रीराम पीपलवा, बजरंगदल जिला संयोजक कार्तिक शर्मा, हिमांशु प्रजापत, लीलाधर चंदेल, विमल कुमार, गौरव सोनी, करण शर्मा, मुकेश लाटा, राजेश लाटा, मुकेश नरडिय़ा, गौरीशंकर पाटिल, मूलचंद दर्जी व पीयूष मिश्रा आदि
शामिल थे।