पुलिस के मुताबिक रिपोर्ट में पीड़ित ने बताया कि उसका बेटा गणेश शर्मा कक्षा प्रथम से कोलासर की मॉर्डन पब्लिक स्कूल में अध्ययनरत था। जो लॉकडाउन के बाद से विद्यालय जा रहा था। लगभग 15-20 दिनों से उसे तीन चार बार शिकायत कर चुका था कि आरोपी शिक्षक उसके साथ बेवजह मारपीट करता है। सुबह आरोपी स्कूल निदेशक के शिक्षक मनोज ढिढारिया ने फोनकर बताया कि गणेश को डांटाने व पीटने से बेहोश हो गया है। आरोपी की ओर से उसे मरने का नाटक करने की बात भी कही गई। यह सुनकर उसके होश उड़ गए व सीधा पत्नी के साथ स्कूल पहुंचा। पीडि़त ने बताया कि घटना से स्कूल के सभी बच्चे घबराए हुए थे, पूछताछ करने पर बच्चों ने बताया कि शिक्षक मनोज ने गणेश को बेरहमी से व लात घूंसो से फर्श व दिवार पर पटक-पटक कर पिटाई की।
संस्था के लोगों ने किया खून साफ
मृतक के पिता ने बताया कि बेरहमी से मारपीट करने पर बेटा गणेश लहूलुहान हो गया बाद में उक्त शिक्षक ने अन्य संस्थान के लोगों ने स्कूल निदेशक के आरोपी शिक्षक को बचाने के लिए फर्श पर बिखरे खून को साफ कर दिया। बच्चों ने बताया की गणेश को बहुत खून आया हुआ था। इसके बाद आनन-फानन में गाडी से सालासर स्थित निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, इस दौरान आरोपी शिक्षक मनोज भी था। शिक्षक मनोज की ओर से ही जबरन निजी हॉस्पिटल लेकर गया। जहां चिकित्सकों ने मासूम के अस्पताल लाने से पहले ही मौत की बात कही गई।