Churu Weather News : राजस्थान के चूरू जिले में बीती रात को आई काळी-पीळी आंधी से उड़े धूल के गुब्बार आसमां में ऐसे छाए कि दूसरे दिन शुक्रवार को भी आसमान में धूल की गर्द छाई रही। तुफानी आंधी से सबसे अधिक नुकसान विद्युत निगम को हुआ। जिले के अनेक क्षेत्रों में बिजली के पोल टूटकर धराशायी हो गए तो अनेक ट्रांसफार्मर बंद हो गए, जिससे अंचल की बिजली आपूर्ति लड़खड़ गई। कई गांव अंधेरे में डूबे रहे तो दूसरी ओर धूलभरी आंधी के चलते आए फाल्ट ठीक करने में विद्युत ठेकेदारों के कर्मियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
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आंधी के कारण पक्षियों का कोलाहल गूंजा तो कई खेतों में लगाए गए सोलर यंत्र क्षतिग्रस्त हो गए। पश्चिमी विक्षोम के कारण बदले मौसम से जहां बीती शाम आई धूलभरी आंधी से घरों में धूल ही धूल हो गई वहीं तेज हवाओं के चलने से रात को गर्मी का असर कम हुआ। आसमान में बादल भी छाए तो बिजली कड़की और मौसम बरसाती बना। शुक्रवार को आसमान में धूल की गर्द छाई रही, दोपहर बाद फिर आंधी आई लेकिन इसी के साथ तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई।
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क्षेत्र में 150 से अधिक विद्युत पोल धराशायी होने पर कई गांवों की विद्युत व्यवस्था ठप हो गई। विद्युत पोल टूटने से बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई। वही क्षेत्र में दर्जनों पेड़ भी धराशाई हो गए। वहीं कई गांवों में टिनशेड भी उड़ गए लेकिन किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई। जोधपुर डिस्कॉम के एक्सईएन शशिकान्त मीना ने बताया कि आंधी से करीब 150 से अधिक विद्युत पोल धराशायी हो गए। जिसके कारण कई गांवों में विद्युत व्यवस्था गड़बड़ा गई है। शुक्रवार को व्यवस्था सुधारने के लिए टीमे लगाई गई है। जिसके कारण अधिकत्तर गांवों की विद्युत व्यवस्था सुचारू हो गई है।
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तेज अंधड़ से साहवा कस्बे सहित क्षेत्र के अनेक गांवों, ढाणियों में जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। दर्जनों टीन सेड, छप्पर व सोलर सिसटम हवा में उड़ गए। अनेक पेड़ और बिजली के पोल उखड़ गए लेकिन गनीमत ये रही कि कोई जन हानि नहीं हुई। गुरुवार रात तेज अंधड़ का बवंडर साहवा, कालवास, बांय, पूनसीसर, धीरवास तथा डाबड़ी सहित क्षेत्र सभी गांवों व ढाणियों में लोगों के घरों व दुकानों आदि में बने टीन सेड, छप्पर, सोलर आदि उड़ गए। कहीं बिजली के पोल, पेड़ आदि को उखड़ गए। आंधी से रात को गुल हुई बिजली शुक्रवार शाम तक बहाल हो पाई।