नई बिल्डिंग के लिए बनाई थी कमेटी
दिवंगत थानाधिकारी विश्नोई ने 19 सितंबर 2019 को सादुलपुर में कार्यभार संभाला था। महीने भर बाद ही उन्होंने थाने के नए भवन निर्माण का निर्णय लिया और शहर के प्रमुख लोगों की बैठक कर एक कमेटी का गठन कर दिया। कमेटी में शामिल निवर्तमान पालिकाध्यक्ष मंगतूराम मोहता ने बताया कि जो भी चेक या नकद पैसा आया, भवन निर्माण पर ही खर्च किया गया। जिसका पूरा लेखा-जोखा उनके पास है। थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई अब तक करीब 13 थानों की सूरत संवार चुके हैं।
सुसाइड नोट दो या तीन?
एएसपी भरतराज ने बताया कि घटना स्थल से दो ही सुसाइड नोट मिले। दवा की पर्ची के पीछे आधे-आधे हिस्से में दोनों सुसाइड नोट लिखे थे। तीन सुसाइड नोट की बात अफवाह है।
विष्णुदत्त के परिवार ने की सीबीआई जांच की मांग
राजगढ़ के थाना प्रभारी विष्णुदत्त विश्नोई के आत्महत्या करने के मामले की उनके परिवारजनों ने सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सीबीआई जांच की मांग की। प्रदेश के श्रीगंगानगर जिले में रायसिंहनगर उपखंड क्षेत्र में गांव लूनेवाला में वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई सोमवार को विष्णुदत्त विश्नोई के निवास पर शोक व्यक्त करने के लिए पहुंचे, जहां उन्हें पत्नी उमेश, पुत्र लक्ष्य उर्फ लक्की और पुत्री हर्षिता उर्फ मंकू ने सीबीआई जांच का मुख्यमंत्री के नाम पत्र सौंपा। इसके अलावा कई सांसदों और विधायकों ने भी सीबीआई जांच की मांग की है।
चूरू जिले के राजगढ़ पुलिस थाने के थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई ने अपने सरकारी क्वार्टर में पंखे से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। वहीं एसपी ने एफएसएल की टीम को मौके पर बुलाकर शव को नीचे उतारवाया। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला। विश्नोई के पिछले कुछ समय से तनाव में होने की बात सामने आई थी, जिसका उन्होंने सुसाइड नोट में भी ज़िक्र किया था।
जानकारी में सामने आया कि विष्णु दत्त विश्नोई हत्या के एक केस की जांच कर रहे थे। हर दिन की तरह शुक्रवार को भी वे थाने के कामों से फ्री होकर अपने क्वार्टर पर पहुंचे थे, लेकिन शनिवार सवेरे उनका क्वार्टर काफी देर तक बंद रहा। जब दरवाजा नहीं खुला तो आत्महत्या के बारे में पता चला।