आरोपित सुरेश जाट के साथ मारपीट करते हुए उसे छत की सीढियों से घसीटते हुए नीचे लाए व उसको बोलेरो कैम्पर गाड़ी में डालकर अपहरण कर ले गए। आरोपित होटल के बाहर खड़ी सुरेश की बालेरो कैम्पर गाड़ी को भी लूटकर साथ ले गए। सुमेरसिंह ने इस वारदात की सूचना सुरेश के परिजनों को दी। सूचना मिलते ही परिजनों व गांव के अन्य लोगों ने सुरेश की तलाश में आरोपितों का पीछा करते हुए भादरा तहसील के गांव जिगासरी छोटी पहुंचे तो वहां पर स्कूल के पास सुरेश का शव पड़ा हुआ मिला। हत्या की इस घटना को लेकर होटल में अफरा-तफरी मच गई। होटल पर बैठे अन्य लोग व होटल पर काम करने वाले कर्मचारी भाग छूटे। सूचना मिलने पर पुलिस होटल पर पहुंची। पुलिस ने घटना की जानकारी लेकर आस-पास के थानों को सूचना देकर चारों ओर नाकाबंदी करवाई।
पुलिस टीम ने आरोपितों का पीछा किया लेकिन उनका कोई सुराग नही लगा। पुलिस ने गांव जिगासरी पहुंचकर सुरेश के शव को कब्जे में लेकर उसे शुक्रवार सुबह 10 बजे तारानगर के सीएचसी में रखवाया। हत्या की खबर फैलते ही लोगों की भीड़ सीएचसी के आगे एकत्रित हो गई। सुरेश के परिजन व परिचित हत्या के आरोपितों को गिरफतार करने की मांग पर अड़ गए व शव का पोस्टमार्टम नही होने दिया। पुलिस ने परिजनों को काफी समझाया पर लेकिन वे हत्यारों की तुरंत गिरफतार करने की मांग पर अड़े रहे। राजगढ एएसपी राजेन्द्र कुमार मीणा ने परिजनों को तीन दिन में आरोपितों को गिरफतार कर हत्या का खुलासा करने का आश्वासन दिया जिस पर परिजन पोस्टमार्टम कराने पर राजी हो गए। पुलिस ने दोपहर तीन बजे सुरेश जाट के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों को सौंप दिया।
पुलिस का मानना है कि सुरेश की हत्या शराब व जमीन कारोबार को लेकर आपसी रंजिश के चलते की गई है। सादुलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र कुमार मीणा, तारानगर एसएचओ हरजिन्द्रसिंह, सरदाशहर एसएचओ पुष्पेन्द्र झाझड़िया, सिद्धमुख एसएचओ रामविलास ने शुक्रवार सुबह होटल पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया व हत्या के साक्ष्य जुटाए। एएसपी मीणा ने बताया कि एसएचओ हरजिन्द्रसिंह के नेतत्व में दो पुलिस टीमों का गठन किया गया जो सरगर्मी से आरोपितों की तलाश करने में लगी हुई है।