क्रय विक्रय सहकारी समिति पूरी जांच परख कर चने व सरसों की खरीद की जा रही है। जबकि थोड़ी सी कमी हो तो किसान की उपज लौटाई जा रही है। किसानों ने बताया कि इस प्रकार के खरीद केन्द्र को कोई औचित्य नहीं है। सरकार खरीद केन्द्र खोलकर नाटक कर रही है। किसानों की उपज की तुलाई नहीं हो रही है तो खरीद केन्द्र खोलना मात्र दिखावा है।
सरसों एवं चने के लिए क्षेत्र के कुल 2500-2500 किसानों ने पंजीयन करवाया है। शेष किसान पंजीयन सं वंचित रह गए। मात्र दो दिन ऑनलाइन पंजीयन करने के बाद बंद कर दिया जिसके कारण बड़ी संख्या में किसान पंजीयन से वंचित रह गए। वंचित किसानों को कम दर पर अपनी उपज को बेचने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
किसान सभा के तहसील अध्यक्ष दौलतराम सारण ने बताया कि एक ओर खरीद केन्द्र 23 दिन बाद में शुरू किया गया है।
दूसरी ओर धीमी गति से तुलाई करना किसानों के साथ अन्याय है। समिति को प्रतिदिन होने वाली तुलाई की संख्या में बढ़ोतरी करनी चाहिए। संख्या में बढोतरी नहीं की गई तो किसान सभा आंदोलन करने पर मजबूर होगी।
समिति के व्यवस्थापक मदनलाल शर्मा ने बताया कि चार दिनों में आठ किसानों की तुलाई हुई है। प्रतिदिन 30 किसानों को तुलाई के लिए मैसेज भेजा जा रहा है। अब संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाएंगे।