जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव ने टीम का गठन किया जिस पर थानाधिकारी गौरव खिडिय़ा व एएसआई सुमेरसिह की दो अलग अलग टीमों ने अनुसंधान शुरू किया। पुलिस टीम को अनुसंधान के दौरान पता चला कि पुलिस थाना लूणकरणसर द्वारा एक अज्ञात महिला की डैड बॉडी नहर से निकालकर मोर्चरी रूम मे रखी हुई है। जिनकी शिनाख्त के लिए तारानगर पुलिस टीम ने कंचन के परिजनो को लेकर लूणकरणसर पहुंची तो कंचन ने परिजनों ने उक्त डैड बॉडी कंचन की होना शिनाख्त की। इसके बाद दोनों थानाधिकारियों की टीम ने अथक प्रयास कर हत्या के आरोपित कृष्ण कुमार उर्फ रामकिशन पुत्र मनरूप जाति प्रजापत उम्र 30 साल निवासी वार्ड न. 5 जसनाथ जी मन्दिर के पास सरदारशहर, कुमारी बसन्ती पुत्री धर्माराम जाति प्रजापत उम्र 27 साल निवासी रामदेवरा पुलिस थाना रतननगर को घटना मे प्रयुक्त पिकअप गाड़ी सहित खण्डवा से रामपुरा जाने वाली सड़क आम से गिरफ्तार किया।
आरोपी माया पत्नी रामनिवास जाति प्रजापत उम्र 30 साल निवासी मेलुसर पुलिस थाना भालेरी को उसके घर मौजा मेलुसर से गिरफ्तार किया गया। प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की गई तो बताया कि आरोपी दानाराम व उसकी पत्नी कंचन के मध्य आपस मे विवाद रहता था जिसके चलते दानाराम रामदेवरा निवासी कुमारी बसन्ती से प्रेम करने लगा था। दानाराम अपनी पत्नी कंचन को तलाक देकर अपनी प्रेमिका बसन्ती के साथ शादी करना चाहता था मगर कंचन उसे तलाक नहीं देना चाहती थी। जिसके चलते ही दानाराम ने अपने भाई कृष्ण कुमार, भान्जे हितेष, प्रेमिका बसन्ती व चचेरी बहन के साथ मिलकर 1 जून को कंचन का गॉव गोगटीया कच्छावतान से अपहरण कर ले गए। और दानाराम ने अपनी बहन को बीच रास्ते मे उतारकर सभी आरोपियों ने कंचन की गला घोटकर हत्या कर दी।