टीम के सदस्य भरतिया अस्पताल परिसर व मेडिकल कालेज परिसर में शाम तक अलग-अलग तीन गु्रपों में विभाग वाइज कक्षा-कक्ष, स्टाफ कक्ष, लाइब्रेरी व प्रयोगशाला आदि का गहनता से अवलोकन किया। वहीं, टीम की सूचना मिलते ही प्रिंसिपल डा. वीरबहादुर सिंह आनन-फानन में बीकानेर से भागकर चूरू पहुंचे। उन्होंने टीम को अस्पताल के वार्डों, ऑपरेशन थिएटर, ट्रोमा वार्ड, मातृ एवं शिशु अस्पताल, आपातकालीन वार्डों की विस्तार से जानकारी दी। टीम सदस्य शुक्रवार को भी कालेज संबंधी कागजी हकीकत और स्टाफ की रिपोर्ट तैयार करेंगे।
जानकारी के मुताबिक इस निरीक्षण में यदि कोई कमी मिली तो एमसीआई की ओर से कॉलेज प्रशासन को एक और मौका दिया जाएगा। दिसंबर में फिर से निरीक्षण किया जाएगा। लेकिन तब तक कमियों को पूरा नहीं किया गया तो मान्यता के लिए संकट खड़ा हो जाएगा।
मेडिकल कॉलेज से जुड़े भरतिया अस्पताल में कमरों की कमी को देखते हुए चर्म व मनोरोग विभाग को पंखा रोड स्थित जेएमबी नेत्र चिकित्सालय में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए प्रिंसिपल डा. वीरबहादुर सिंह की ओर से आदेश जारी किए जा चुके हैं। अधीक्षक डा. जेएन खत्री ने बताया कि चिकित्सकों की हड़ताल समाप्त होने के बाद दोनों विभगों को वहां शिफ्ट कर दिया जाएगा। दोनों के लिए अगल-अलग वार्ड बना दिए गए हैं। सामान आदि भी शिफ्ट किए जाएंगे।