Ashadha Month 2024: ज्येष्ठ विदा होने के साथ ही रविवार को आषाढ़ मास शुरू हो गया है। इस माह कई महत्वपूर्ण व्रत और त्यौहारों की बाहार रहेगी तो बारिश की बौछारें पड़ेगी और खेतों की बुवाई का कार्य शुरू होगा तो मरु माठी महक उठेगी।पंडित दिनेश मिश्रा ने बताया कि आषाढ़ के महीने में हल हारिणी अमावस्या, देवशयनी एकादशी, गुप्त नवरात्रि, भड़ली नवमी और गुरु पूर्णिमा जैसे विशेष धार्मिक पर्व मनाए जाएंगे। इसी महीने से ही चातुर्मास की शुरुआत होती है। यह महीना भगवान विष्णु को अति प्रिय है इसलिए आषाढ़ माह में श्री हरि की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है।
पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह रविवार 23 जून से शुरू होकर 21 जुलाई रविवार गुरु पूर्णिमा तक रहेगा। पंडित मिश्रा ने बताया कि इसी महीने में रुकी हुई शादियां शुरू होगी, जिसके पांच मुहूर्त 9, 11 ,12, 14 और 15 जुलाई रहेंगे। शादी विवाह की दृष्टि से भी इस बार आषाढ़ मास का शुल्क पक्ष विशेष महत्वपूर्ण है। क्योंकि पिछले 2 माह से शुक्रतारा अस्त होने के कारण शादी विवाह नहीं हुए। इधर मैरिज गार्डन और विवाह स्थलों पर भी साफ सफाई रंग रोगन का कार्य चल रहा है, क्योंकि जुलाई को पहला सावा होगा।
चातुर्मास के साथ ही थम जाएगा शादियों का दौर
17 जुलाई से चातुर्मास शुरू हो जाएगा और 4 महीने के लिए शादी विवाह नहीं होंगे। चातुर्मास में धार्मिक आयोजनों का सिलसिला जारी रहेगा तो खरीफ की फसल का समय रहेगा।