क्यो होना पड़ा आईपीएस को एपीओ, कैसे भारी पड़ा प्रभावशालियों के पीछे पडऩा
चित्तौडग़ढ़. पिछले कुछ माह से निरन्तर सटोरियों व अवैध शराब कारोबार करने वालो के खिलाफ मुहिम में लगे भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी एवं गंगरार क
भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी सुधीर चौधरी
चित्तौडग़ढ़. पिछले कुछ माह से निरन्तर सटोरियों व अवैध शराब कारोबार करने वालो के खिलाफ मुहिम में लगे भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी एवं गंगरार के सहायक पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी को एपीओ कर दिया गया है। इस बारे में कार्मिक विभाग के संयुक्त शासन सचिव अरविन्द कुमार पोसवाल ने १६ फरवरी की तिथि से आदेश जारी किया है जो शनिवार को सामने आया। चौधरी का एकाएक एपीओ होना प्रशासनिक व राजनीतिक हलके में चर्चा का विषय बन गया है। चौधरी के एपीओ होने के पीछे मुख्य कारण उनका निरन्तर सक्रिय रहकर भाजपा व कांग्रेस से जुड़े प्रभावशाली लोगों के हितों को प्रभावित करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने को माना जा रहा है। चौधरी की कुछ कार्रवाईयों से भाजपा के एक विधायक भी नाराज माने जा रहे है। पुलिस महकम में चर्चा है कि चौधरी के निर्देश पर शुक्रवार रात चित्तौडग़ढ़-निम्बाहेड़ा मार्ग पर शंभुपुरा के पास स्थित एक प्रभावशाली व्यक्ति के ढाबे पर अवैध शराब बिक्री होने की आशंका में छापे की कार्रवाई की गई। कांग्रेस से जुड़े इस व्यक्ति को स्थानीय क्षेत्र में दबंग होने के साथ राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में भी प्रभावशाली माना जाता है। माना जा रहा है कि इस ढाबे पर की गई कार्रवाई में पुलिस भले कुछ नहीं मिलने की बात कहे लेकिन विरोध हो जाने से बैरंग लौटना पड़ा था। इसके बाद राजनीतिक हलके में हलचल मची तो परिणाम एपीओ होने के रूप में सामने आया।
छेड़ रखा था अभियान
गंगरार सहायक पुलिस अधीक्षक पद पर गत २८ अक्टूबर को कार्यभार संभालने वाले चौधरी ने जिले भर में सटोरियों और अवैध शराब के खिलाफ अभियान छेड़ रखा था। गत दिनों २० दिसम्बर को चित्तौडग़ढ़ शहर में एक होटल में छापा मारकर उन्होंने कई सटोरियों को दबोचा था। इनें कसंग्रेय जिला महामंत्री दीपक पटवारी भी शामिल थे। चौधरी ने २२ दिसम्बर को डूंगला में सट्टे के अड्डे पर छापा मारकर ४५ लोगों को पकड़ा था। इनमें भी कुछ उस क्षेत्र के प्रभावशाली लोग थे। चौधरी ने गंगरार क्षेत्र का दायित्व होने के बावजूद पूरे जिले में अपाराधियों के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी थी। उन्होंने कपासन व बड़ीसादड़ी क्षेत्र में भी सट्टा कारोबार में लगे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
हलचल मची तो परिणाम एपीओ हो
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