5 से 16 साल के बच्चों को बनाया शिकार सीबीआई की पूछताछ में आरोपी राजभवन ने बताया कि वह 5 से 16 साल के बच्चों को अपना शिकार बनाता था। उन्हें जाल में फंसाने के लिए वह इलेक्ट्रानिक गैजेट्स का लालच देता था। उसने बताया कि वह बच्चों के अश्लील फोटो और वीडियो बनाकर ऑनलाइन बेचा करता था जिसके लिए उसे अच्छी रकम मिलती थी। वह देश-विदेश के कई गिरोह के संपर्क में है। उसने यह भी बताया कि पीड़ित परिवार को अश्लील फोटो और वीडियो दिखाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था और इसके एवज में उनसे पैसे मांगता था।
पार्ट टाइम वर्क है यौन शोषण से पैसे कमाना चित्रकूट में तैनात सिंचाई विभाग का यह जूनियर इंजीनियर अपने विभाग के काम से अलग होकर कथित तौर पर ऑनलाइन वीडियो और फोटोग्राफ की बिक्री भी करता था। आरोप है कि जूनियर इंजीनियर बांदा, चित्रकूट और आसपास के जिलों में बच्चों के यौन शोषण में शामिल था। आरोपितों ने बच्चों के शारीरिक शोषण के अलावा कथित तौर पर बच्चों के मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग अपने कृत्यों में किया है। इसको भी संज्ञान में लेकर सीबीआई जांच में लगी है। बाल यौन शोषण सामग्री वाली इन तस्वीरों और वीडियो फिल्मों को आरोपितों ने इंटरनेट की सुविधा का उपयोग करके प्रकाशित-प्रसारित किया था। यह भी आरोप लगाया गया कि अभियुक्त ने अन्य व्यक्तियों के साथ इस तरह की सामग्री की बिक्री, प्रसारण और साझाकरण के लिए डार्कवेब का उपयोग किया।
2012 में प्रताड़ना से परेशान युवती ने की थी खुदकुशी आरोपी राजभवन 2010 से चित्रकूट में सिंचाई विभाग में तैनात है। 2012 में आरोपी की प्रताड़ना से परेशान होकर एक युवती ने खुदकुशी कर ली थी। आरोप है कि इन सबमें उसका ड्राइवर अभय कुमार भी शामिल है। युवती के खुदकिशी करने पर जेई और उसके चालक पर युवती के परिजन ने प्रताड़ित करने समेत कई आरोप लगाए थे।
पीड़ित परिवार ने की थी सीबीआई जांच की मांग आरोपी की गिरफ्तारी भी इसी सिलसिले में हुई है। युवती के परिजन ने अदालत में पूरे मामले की सीबीआई जांच करने की मांग की थी। सिंचाई विभाग के आरोपी जेई की शादी 2007 में हुई थी, अभी तक कोई बच्चा नहीं हुआ है। वह 2013 में अपने भाई के लड़के को अपने साथ लेकर आया था और एसडीएम कॉलोनी पर किराए के मकान में रहता था। 16 नवंबर सोमवार को CBI ने ड्राइवर और जेई रामभवन को लेकर चित्रकूट आई थी।