वन्या करेगी आदिवासी संग्रहालय का संचालन
इस आदिवासी संग्रहालय का संचालन वर्तमान में ट्राइबल के कर्मचारी कर रहे हैं। भविष्य में जनजातीय कार्य विभाग की संस्था वन्या इसका संचालन करेगी। इसके लिए संग्रहालय की फीस भी तय करेगी। फिलहाल जल्द ही वन्या के अधिकारी-कर्मचारी इसका निरीक्षण करने आएंगे।ओपन थियटर के साथ बनाया शिल्प बाजार व कैफेटोरियम
इस संग्रहालय भवन में जनजातीय संस्कृति और स्वतंत्रता संग्राम की कहानियों को प्रदर्शित करने के लिए छह गैलरियों का निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त, यहां एक कार्यशाला कक्ष, एक लाइब्रेरी, कार्यालय के लिए स्थान, 800 दर्शकों की क्षमता वाला ओपन एयर थिएटर, शिल्प बाजार (शिल्पग्राम) और एक ट्राइबल कैफेटेरिया भी है। इस गैलरी में स्वतंत्रता संग्राम के आदिवासी नायकों रानी दुर्गावती, बादलभोई, भगवान बिरसा मुण्डा समेत गोंड राजाओं के शौर्य का वर्णन किया गया है। उल्लेखनीय है कि छिंदवाड़ा, पांढुर्ना जिले की 23.74 लाख आबादी में 37 फीसदी आदिवासी है। इस वजह से केंद्र सरकार ने इस आदिवासी संग्रहालय का निर्माण किया है।इनका कहना है
अभी आदिवासी संग्रहालय वन्या को हैंडओवर नहीं हुआ है। इसके जिम्मे आने पर ये व्यवस्थाएं भी होंगी। फिलहाल इस पर प्रशासन का ध्यान दिलाएंगे।-सतेन्द्र मरकाम, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य