मंधान डैम का जल स्तर नीचे आ रहा है। पिछले वर्ष फरवरी के अंतिम सप्ताह तक डेड स्टाक होने से माह में सिर्फ दो बार पानी दिया जाने लगा था। इसका सबसे बड़ा कारण नगरीय निकायों द्वारा प्रतिदिन लगातार पानी लिया जाना था। अब वही स्थिति फिर बन रही है। नगरीय निकायों के स्वयं के मोटरपंप एवं अन्य व्यवस्था है। वह रोजाना पानी ले रहे है । वहीं पीएचई घोषित रूप से ग्रामीण इलाकों में चार-पांच दिन के अंतराल में पानी देती है। सरपंच विपिन श्रीवास्तव ने बताया कि शासन के निर्देश पर ग्राम पंचायतों ने तात्कालिक व्यवस्था के लिए टैंकर चलाए थे ,लेकिन शासन के राशि नहीं दिए जाने से सरपंचों पर भुगतान के लिए दबाव है। ज्ञापन में मंधान डैम के गिरते जल स्तर को मेंटेंन करने के लिए प्रशासन से हस्तक्षेप करने की मांग की गई है। जिससे ग्रीष्मकाल में ग्रामीण क्षेत्रों में जलसंकट की स्थिति नहीं बने।