दरअसल, मंगलवार को छिंदवाड़ा नगर निगम में अध्यक्ष सोनू मागो के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है। कलेक्टर शीलेंद्र सिंह के मौजूदगी में गुप्त वोटिंग हुई है। जिसमें कांग्रेस के निगम अध्यक्ष सोनू मांगो के पक्ष में 21 वोट पडे़, तो विपक्ष महापौर सहित 27 पार्षदों ने वोटिंग की। वोट डालने के दौरान बीजेपी के 33 पार्षद और कांग्रेस के 14 पार्षद मौजूद थे। बताया जा रहा है कि अध्यक्ष के पक्ष में 7 विपक्षी पार्षदों ने वोटिंग कर दी। जिस वजह से विपक्ष के हाथों से अध्यक्ष पद छिटक गया।
क्या कमलनाथ के कहने पर हो गया खेला?
राजनीतिक गलियारों में तेजी से चर्चा शुरु हो गई है कि कमलनाथ के इशारे पर बीजेपी के 7 पार्षद पलट गए हैं। ऐसे में कांग्रेस के पास अध्यक्ष पद रह गया है। इधर, अध्यक्ष कहना है कि सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन आज साबित हो गया कि सत्य परेशान नहीं हो सकता। जनता की सेवा के लिए हमें इस पद पर नियुक्त किया गया था। पहले भी जनता की सेवा कर रहे थे और अब भी जनता की सेवा करेंगे।