दरअसल, यह पूरा मामला खुनाझिर खुर्द गांव का बताया जा रहा है। घटना दोपहर तीन बजे के लगभग की है। कुएं में खुदाई का काम पिछले दो दिनों से किया जा रहा था। ग्राम खुनाझिर में खुदाई का कार्य ऐशराव वस्त्राणे के खेत में बने कुएं में किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि तीनों मजदूर तीस फिट की गहराई में फंसे हुए है, जिसमें दो मजदूर कमर व कंधे तक दबे हुए थे तथा महिला पूरी दबी हुई थी। प्रशासिनक अधिकारियों ने मजदूरों की बात उनके परिवार से कराई थी, वहीं नीचे दबी महिला की आवाज भी लगातार आ रही थी। एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है।
मीडिया से बातचीत में कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने बताया कि कुएं को गहरा करने के दौरान हादसा हुआ है। जिसमें तीन लोग दब गए। तीनों के सिर ऊपर हैं। मलबा हटाने का काम किया जा रहा है। डॉक्टरों की टीम सारी व्यवस्थाओं के साथ मौजूद है।
इधर, एसडीएम सुधीर जैन ने बताया कि राहत कार्य में टीमें लगी हुई है, मलबे में दबे लोगों की पहचान शहजादी खान (50), उसका बेटा राशिद खान (18) निवासी बुधनी तथा वासिद खान (18) निवासी रायसेन से हुई है।
मौके पर पांच एंबुलेंस तैनात
मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू टीम लगी हुई है। अंधेरा होने पर लाइट की व्यवस्था की गई है। मौके पर मजदूरों को निकालने और उनके उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एडवांस पांच एंबुलेंस को सभी सुविधाओं के तैनात किया था। जैसे ही मजदरों को बाहर निकाला जाएगा उन्हें प्रारंभिक उपचार के बाद तत्काल एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया जाएगा। कुएं के मलबे में फंसे हुए मजदूर लगातार अंदर से आवाज लगा रहे हैं कि जल्दी से पत्थर हटाओ। प्रशासन की ओर से कहा जा रहा है कि हम जल्द बाहर निकालेंगे।
पुलिस ने कुएं के पास खड़ी भीड़ को हटा दिया है। वहां मौजूद लोगों के कारण रेस्कयू करने में परेशानी आ रही थी।