27 गांवों पर आई आठ आपत्तियां, अंतिम तिथि के चार दिन शेष
शहर में प्रस्तावित मास्टर प्लान केा निवेश क्षेत्र में शामिल किए गए 27 गांवों के विकासात्मक स्वरूप पर अब तक आठ आपत्तियां आई है। इसका प्रारंभिक प्रकाशन पिछले माह 27 नवम्बर को किया गया था। इस पर आपत्तियों की अंतिम तिथि 27 दिसम्बर रखी गई है। निवेश क्षेत्र की अनुसूची में झिरलिंगा, चारगांव, लकड़ाई जम्होड़ी, खापामि_े, डूंडासिवनी, सारना, पखडिय़ा, अतरवाड़ा, माल्हनवाड़ा, कुकड़ाचिमन, चारगांव भाट, थुनियाउदना, मोआदेई, मानेगांव, डुंगरिया, मुरमारी, अर्जुनवाड़ी, शिकारपुर, पौनारी, देवर्धा, लिंगा, जैतपुरखुर्द, गाडरवाड़ा, सालीमेटा, खुनाझिरखुर्द, खैरवाड़ा और कुण्डालीकलां शामिल हैं।
मास्टर प्लान में अब आगे क्या..
नगर एवं ग्राम निवेश विभाग द्वारा आपत्तियों और सुझाव का निराकरण कर अब 55 गांवों और पुराना शहर का संयुक्त नक्शा बनाया जाएगा।
इस संयुक्त नक्शे और अधिसूचना में मास्टर प्लान का लक्ष्य 2035 तथा जनसंख्या 4.50 लाख मानकर जमीन का घरेलू, व्यावसायिक और औद्योगिक नियोजन किया जाएगा।
नक्शे और अधिसूचना का प्रकाशन कर पुन: दावे-आपत्तियां बुलाई जाएंगी। फिर उनका निराकरण किया जाएगा।
फिर मास्टर प्लान 2035 को राज्य शासन को अंतिम प्रकाशन के लिए भेजा जाएगा।
छिंदवाड़ा शहर के मास्टर प्लान का लक्ष्य अब वर्ष 2035 तथा जनसंख्या आधार 4.50 लाख होगा। इसके आधार पर जमीन का नियोजन तय कर उसे राज्य शासन के पास जमा किया जाएगा।
-अरविंद जैन, सहायक संचालक, नगर एवं ग्राम निवेश विभाग