पिछले दो दिन से जिले में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। कहीं-कहीं कुछ देर तेज बारिश हुई, तो कहीं-कहीं बार-बार बूंदाबांदी हो रही है। ऐसे हालात में जिले के 106 धान खरीदी केन्द्रों में खुले आसमान के नीचे पड़ा किसानों का अनाज अपर्याप्त इंतजामों के कारण भीग रहा है। किसानों का अनाज भीगने की खबरें पाकर प्रशासनिक अधिकारी सक्रिय हो गए और धान खरीदी, भण्डारण से जुड़े विभागीय अधिकारियों को केन्द्रों के निरीक्षण और व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए आदेशित किया। मंगलवार को देर रात तक जिला खाद्य आपूर्ति, नागरिक आपूर्ति निगम, एमपी वेयर हाउसिंग के अधिकारी-कर्मचारी खरीदी केन्द्रों में जा-जाकर वहां उपलब्ध तिरपाल, पॉलीथिन और दूसरे सुरक्षा संसाधनों की जानकारी लेकर केन्द्र प्रभारी को तुरंत सुरक्षा सामग्री जुटाने और खुले में पड़े धान को ढकने के लिए कहा गया।
बालाघाट जिले में लगातार मौसम में बदलाव हो रहा है। मौसम विभाग ने एक बार फिर से 14, 15 दिसंबर को बारिश की चेतावनी दी है। इधर, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य जा रही है। मौजूदा समय में 9 लाख 41 हजार क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी हैं। जिसमें से 4 लाख 60 हजार क्विंटल धान का परिवहन हो चुका है। शेष धान अभी भी खरीदी केन्द्रों में खुले में भंडारित हैं। ऐसे में बारिश होती है तो खुले में भंडारित धान के भीगने की संभावना बनी हुई है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के प्रभारी सीईओ पी जोशी ने बताया कि मौसम के बदलते मिजाज को देखते हुए सभी खरीदी केन्द्रों में भंडारित धान को सुरक्षित करवा दिया गया है। उसे पॉलीथिन से ढक दिया गया है। ताकि बारिश होने पर धान खराब न हो।
प्रतीक शुक्ला, अध्यक्ष छिंदवाड़ा अनाज व्यापारी संघ
सुरेश कुमार परते, सचिव कृषि उपज मंडी