क्या कहना है व्यापारियों का
छिंदवाड़ा मक्का उत्पादक जिला है। जिले की अधोसंरचना का विकास करते हुए बजट में इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। मक्का से जुड़े उद्योगों को स्थापित कर रोजगार की नए अवसर पैदा किए जा सकते हैं।
प्रतीक शुक्ला, अध्यक्ष छिंदवाड़ा अनाज व्यापारी संघ
मंडी टैक्स समाप्त किया जाना चाहिए। जिन राज्यों में मंडी टैक्स नहीं है, वहां की मंडियों में अन्य प्रदेशों से भी उपज जाती है। मंडी टैक्स न होने से किसानों को अच्छे दाम तो मिलेंगे ही साथ ही व्यापार व उद्योग को भी गति मिल सकेगी।
सोनू साहू, उपाध्यक्ष, छिंदवाड़ा अनाज व्यापारी संघ
लघु और कुटीर उद्योगों से युवाओं को जोडऩे के लिए नियमों का सरलीकरण होना जरूरी है। टैक्स कम से कम लिया जाए। इसके साथ ही युवाओं में व्यापार के प्रति उत्साह जगाने के लिए प्रशिक्षण की भी व्यवस्था की जाए।
आकाश साहू, मीडिया प्रभारी, छिंदवाड़ा अनाज व्यापारी संघ
ऑनलाइन ट्रेड पर ज्यादा से ज्यादा टैक्स लगाकर सरकार को छोटे व मध्यम व्यापार को समाप्त होने से बचाना चाहिए। साथ ही सरकार को हर प्रकार के टैक्स देने वाले व्यापारी का 20 लाख रुपए तक का जीवन बीमा हो।
नरेश साहू, सचिव छिंदवाड़ा अनाज व्यापारी संघ
औद्योगिक क्षेत्र बोरगांव के पांढुर्ना में शामिल हो जाने के बाद अब छिंदवाड़ा जिले के पास उद्योग के नाम पर ज्यादा कुछ नहीं है। अब स्थानीय उपज के आधार पर या अन्य किसी उत्पाद के उद्योग को स्थापित करने की जरूरत है।
अशोक संचेती, सचिव, गांधीगंज व्यापारी मंडल
छिंदवाड़ा में मक्का बहुतायत में होता है। यहां कॉर्न फ्लेक्स, स्टार्च, एथेनॉल, मुर्गीदाना आदि की फैक्ट्री लगाई जा सकती है। बाहर एक्सपोर्ट करने का खर्च कम होगा। इसका फायदा किसानों को बढ़े हुए भावों के रूप में मिलेगा।
अर्पण जैन, सचिव छिंदवाड़ा अनाज व्यापारी संघ