दिसंबर से लेते हैं कनेक्शन
किसानों को दिसंबर से ही गेहूं की फसलों की सिंचाई के लिए पानी की जरूरत पड़ती है। रोहनाकला में नहरों में पानी सप्लाई होते ही किसानों को पंप चलाने की जरूरत पड़ती है। किसान अपने खेत के क्षेत्रफल के अनुसार तीन एचपी से लेकर 10 एचपी तक की मोटर का उपयोग पानी सप्लाई के लिए करते हैं। बिजली कंपनी को आवेदन देकर वे नौ हजार से लेकर 15 हजार रुपए तक जमा करके 3 से 4 माह के लिए अस्थायी कनेक्शन लेते हैं। काफी संख्या में किसान ऑनलाइन भुगतान करके रसीद प्राप्त कर लेते हैं, लेकिन कुछ किसान जानकारी के अभाव में लाइनमैनों के चक्कर में पडकऱ उसे ही पैसे देकर अपना कनेक्शन करवा लेते हैं। इन्हीं में से कई किसान रसीद का इंतजार करते रह जाते हैं। इसके चलते बिजली कंपनी को भी लाखों का नुकसान हो रहा है।
इनका कहना है
ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है। यदि शिकायत आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। बिजली कंपनी की जांच टीम ने रोहनाकला में आकस्मिक जांच की थी। इस दौरान क्षमता से अधिक पंप कनेक्शनों की संख्या अधिक मिलने के बाद ओवरलोड ट्रांसफार्मर को बंद कर दिया गया था। वहीं आधा दर्जन से अधिक डायरेक्ट पंप मिलने के बाद लाइनमैनों पर इसकी जवाबदेही तय करते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
संजय कुमार सिंह, कार्यपालन अभियंता पूर्व संभाग छिंदवाड़ा