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छतरपुर

अमृत योजना 2.0 के तहत संकट मोचन और ग्वाल मंगरा तालाबों का सौंदर्यीकरण एवं जीर्णोद्धार होगा, टेंडर जारी

अमृत योजना 2.0 के तहत राशि आवंटित की गई है, जो इन तालाबों के पुनर्निर्माण और उनके आसपास के क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए खर्च की जाएगी। इस परियोजना के तहत हर तालाब पर डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

छतरपुरDec 29, 2024 / 10:29 am

Dharmendra Singh

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ग्वाल मंगरा तालाब में जलकुंभी और अतिक्रमण

छतरपुर. नगर में स्थित दो प्रमुख प्राचीन तालाबो संकट मोचन और ग्वाल मंगर का सौंदर्यीकरण और जीर्णोद्धार किया जाएगा, ताकि इनकी सूरत बदल सके और शहरवासियों को स्वच्छ जल उपलब्ध हो सके। इस परियोजना के तहत अमृत योजना 2.0 के तहत राशि आवंटित की गई है, जो इन तालाबों के पुनर्निर्माण और उनके आसपास के क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए खर्च की जाएगी। इस परियोजना के तहत हर तालाब पर डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इन कार्यों की योजना का डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) पहले ही मंजूर हो चुका है, और अब टेंडर प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। दोनों तालाबों के सौंदर्यीकरण कार्य के बाद, इनका उपयोग स्थानीय निवासियों के लिए एक नये मनोरंजन स्थल के रूप में किया जाएगा।

टेंडर प्रक्रिया जारी


नगर पालिका द्वारा दोनों तालाबों के सौंदर्यीकरण एवं जीर्णोद्धार कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। सबसे पहले, तालाबों में जमा गंदे पानी को बाहर निकाला जाएगा। इसके बाद, तालाब की जमीनी सतह पर जमा सिल्ट (कीचड़) को साफ किया जाएगा, ताकि पानी के स्तर में कोई रुकावट न हो और तालाब का प्राकृतिक रूप बना रहे।

वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना होगी


इस योजना के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक है तालाबों में जल की गुणवत्ता को सुधारने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना। इस प्लांट के जरिए तालाबों में पहुंचने वाला पानी फिल्टर किया जाएगा, जिससे वह साफ और स्वच्छ होगा। इसके बाद यह पानी तालाब में छोड़ा जाएगा, जिससे न केवल तालाबों की सुंदरता बढ़ेगी, बल्कि इनका जल स्तर भी सुधरेगा। इससे छतरपुर शहर के लोग इस पानी का उपयोग भी कर सकेंगे, जैसे कि घरेलू उपयोग, बागवानी और अन्य कार्यों के लिए।

नालियों का डायवर्जन किया जाएगा


तालाबों के जल स्रोतों में सफाई लाने के लिए, सबसे पहले शहर से आने वाली नालियों को डायवर्ट किया जाएगा, ताकि गंदा पानी और कचरा इन तालाबों तक न पहुंचे। इससे तालाबों में केवल साफ और स्वच्छ पानी ही पहुंच सकेगा, जिससे जल गुणवत्ता बेहतर होगी।

पाथवे और लाइटिंग भी होगी


सौंदर्यीकरण के अंतर्गत तालाबों के किनारे पाथवे (पैदल मार्ग) का निर्माण किया जाएगा, ताकि लोग आसानी से तालाब के किनारे चल सकें और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकें। इसके अलावा, पाथवे के साथ-साथ पूरी जगह में लाइटिंग का भी कार्य किया जाएगा, ताकि रात के समय भी यह क्षेत्र आकर्षक और सुरक्षित रहे।

तालाबों का जलस्तर बढ़ेगा


इन तालाबों के जीर्णोद्धार से न केवल तालाबों की जलधारा में सुधार होगा, बल्कि आसपास के क्षेत्र में जल स्तर भी बढ़ेगा। सिल्ट की सफाई और वाटर ट्रीटमेंट के कारण पानी की गुणवत्ता में सुधार होगा, जिससे स्थानीय जलस्रोतों को भी लाभ होगा। इसके साथ ही, इस प्रक्रिया से तालाबों का प्राकृतिक रूप भी बहाल रहेगा, जो शहरवासियों के लिए एक सुंदर और शांतिपूर्ण स्थल बनेगा।

अतिक्रमण हटाने की भी योजना


कार्य शुरू होने से पहले, इन तालाबों की सीमा में हुए अतिक्रमण को हटाया जाएगा, ताकि तालाब की सीमा के भीतर ही सौंदर्यीकरण और अन्य कार्य किए जा सकें। इससे तालाबों के आसपास का वातावरण साफ और व्यवस्थित रहेगा, और पर्यटकों के लिए भी यह स्थल आकर्षक बनेगा।

पत्रिका व्यू


अमृत योजना 2.0 के अंतर्गत संकट मोचन और ग्वाल मंगरा तालाबों का सौंदर्यीकरण और जीर्णोद्धार छतरपुर शहर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इस योजना के तहत, न केवल तालाबों का रूप और जल गुणवत्ता सुधारने के प्रयास किए जा रहे हैं, बल्कि शहर के पर्यावरण और जलवायु पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। इस कार्य के पूरा होने के बाद, छतरपुर के ये तालाब न केवल शहरवासियों के लिए उपयोगी होंगे, बल्कि एक प्रमुख पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित होंगे।

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