अपराधियों की फिल्म व वेबसीरीज से प्रभावित होकर नाम कमाने का देखा सपना
एक चौंकाने वाली घटना में, एक युवक ने हत्या करने से पहले इंटरनेट पर इसके तरीके खोजे और पांच दिन की विस्तृत योजना बनाई। उसने अपराध करने से पहले कई बार ऑनलाइन सर्च कर हत्या के विभिन्न तरीके देखे। इसके बाद उसने एक सोची-समझी साजिश के तहत वारदात को अंजाम दिया। स्कूल के छात्रों ने बताया कि आरोपी अपराध से प्रेरित वेब सीरीज और फिल्मों का बड़ा प्रशंसक था। इनसे प्रभावित होकर उसने अपराध की दुनिया में नाम कमाने का सपना देखा।गैंगस्टर की तरह हत्या के बाद नाचने लगा आरोपी
आरोपी छात्र पांच दिन से रच रहा था। तीन दिन प्राचार्य छुट्टी पर थे,इस दौरान आरोपी ने स्कूल के शिक्षकों और छात्रों को धमकाया और हत्या करने का इरादा जताया, लेकिन स्कूल स्टाफ ने नजरअंदाज कर दिया। पुलिस पूछताछ में ये तथ्य सामने आए है कि आरोपी छात्र नशा, दादागिरी का शौकीन था। स्कूल के छात्रों-शिक्षकों को डराने के लिए उसने दस माह पहले कट्टा खरीदा था। आदते इतनी बिगड़ी हुई थी कि गुटखा खाने के लिए प्रिंसपल से रुपए मांगता था। प्राचार्य इन्हीं आदतों के चलते उसे डांटते और पढाई पर ध्यान देने की नसीहत देते थे। एक सप्ताह पहले परिवार वालों से प्राचार्य ने शिकायत कर दी। तभी से छात्रा प्राचार्य की हत्या की प्लानिंग कर रहा था और शुक्रवार को मौका मिलते ही उसके ऐसा कर दिया। अपनी इस करतूत पर आरोपी इतना खुश था कि स्कूल से निकलते समय उसने डांस कर अपनी खुशी जाहिर की।अपराध बोध नहीं
जब आरोपी ने प्राचार्य को गोली मारी, तो उसकी प्रतिक्रिया और भी चौंकाने वाली थी। हत्या के बाद, उसने न केवल आत्मसंतुष्टि का अनुभव किया, बल्कि स्कूल से बाहर निकलते वक्त उसने नाचकर अपनी खुशी भी जाहिर की। इस घटना से यह साफ हो गया कि आरोपी के मन में अपराध के प्रति कोई अपराधबोध या पछतावा नहीं था, बल्कि वह अपनी करतूत पर गर्व महसूस कर रहा था।