प्लानिंग में ढिलाई, जाम की समस्या बढ़ी
शहर में ई-रिक्शा के बढ़ते संख्या और बिना पार्किंग स्थान के चलने से यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। नगर पालिका और यातायात पुलिस द्वारा शहर के मुख्य क्षेत्रों में पार्किंग स्थल के लिए योजना बनाई गई थी, लेकिन यह प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पाई है। शहर के विभिन्न हिस्सों में पार्किंग की समस्या के कारण हर दिन भारी जाम लगने की समस्या सामने आ रही है, जिससे लोगों को सफर करने में परेशानी हो रही है।
इन स्थानों पर चिंहित हुई पार्किंग
पिछले साल नगर पालिका अधिकारियों ने छत्रसाल चौराहा, बस स्टैंड और चौक बाजार में ऑटो स्टैंड और ई-रिक्शा के पार्किंग स्थल के लिए जगह चिन्हित की थी। हालांकि, यह प्लानिंग अभी तक ठंडे बस्ते में है और इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है। अधिकारियों का कहना था कि ये स्थान व्यस्त सडक़ें हैं और यहां पर पार्किंग की व्यवस्था से यातायात में सुधार हो सकता है, लेकिन समस्या का हल अभी तक सामने नहीं आ सका है।
ई-रिक्शा की मनमानी और रजिस्ट्रेशन का अभाव
शहर में करीब 3000 ई-रिक्शा दौड़ रहे हैं, लेकिन इनमें से आधे भी रजिस्टर्ड नहीं हैं। अधिकांश ई-रिक्शा बिना नंबर प्लेट के चल रहे हैं, जिससे इनकी पहचान करना मुश्किल हो जाता है और दुर्घटना होने पर संबंधित वाहन के बारे में जानकारी प्राप्त करना कठिन हो जाता है। ई-रिक्शा संचालक ट्रैफिक नियमों की अनदेखी कर रहे हैं, कई बार वे सडक़ पर अवैध रूप से खड़े हो जाते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति और भी खराब हो जाती है।
बाजार में ज्यादा परेशानी
गांधी बाजार, छत्रसाल चौराहा और अन्य प्रमुख सडक़ों पर ई-रिक्शा की मनमानी का आलम यह है कि यह कहीं भी खड़े हो जाते हैं, जिससे रास्ता ब्लॉक हो जाता है और वाहनों की आवाजाही में बाधा आती है। इसके अलावा इन ई-रिक्शा चालकों द्वारा यातायात नियमों की लगातार अवहेलना की जा रही है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ रही है।
शहरवासियों की राय
शहरवासियों का कहना है कि अगर ई-रिक्शा और ऑटो स्टैंड के लिए निर्धारित स्थानों का निर्माण हो जाए तो उन्हें काफी राहत मिलेगी। एक स्थानीय निवासी, रमेश कुमार ने कहा यह बहुत जरूरी है कि शहर में ई-रिक्शा और ऑटो के लिए एक ठोस पार्किंग व्यवस्था हो। इससे न सिर्फ जाम की समस्या कम होगी, बल्कि दुर्घटनाओं की संख्या में भी कमी आएगी। उनका यह भी कहना था कि ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि अवैध रूप से चल रहे ई-रिक्शा और बिना रजिस्ट्रेशन के वाहनों पर रोक लगाई जा सके।
यातायात प्रभारी का बयान
यातायात पुलिस के प्रभारी बृहस्पति साकेत ने इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के लिए वे लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ई-रिक्शा के लिए पार्किंग स्थल बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं और हम शहर के विभिन्न स्थानों पर पार्किंग स्थल का निर्माण जल्द ही शुरू करेंगे। आने वाले नए साल में ट्रैफिक व्यवस्था में काफी सुधार देखने को मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि नगर पालिका और ट्रैफिक पुलिस मिलकर एक विस्तृत योजना पर काम कर रहे हैं, जिससे ई-रिक्शा और ऑटो स्टैंड के लिए पार्किंग स्थलों का निर्माण सुनिश्चित किया जा सके। इसके साथ ही शहर में रजिस्ट्रेशन और ट्रैफिक नियमों के पालन के प्रति सख्ती भी बढ़ाई जाएगी।
पत्रिका व्यू
छतरपुर शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए पार्किंग स्थल और अन्य परिवहन संबंधित योजनाओं का कार्य जल्द शुरू किया जाना चाहिए। शहरवासियों और यातायात अधिकारियों का यह मानना है कि अगर प्रशासन इस दिशा में कदम उठाता है तो शहर में जाम की समस्या काफी हद तक हल हो सकती है और सडक़ सुरक्षा में भी सुधार होगा।