जानकारी के मुताबिक, मृतक राम प्रसाद के बेटे ने बताया कि उसके पिता पहले एक सीमेंट फैक्ट्री में काम करते थे। कुछ समय बाद उन्होंने काम छोड़ दिया था और अब वह घर में ही एक किराए की दुकान चलाते थे। पिता जी काफी गुस्से वाले थे। वह बात-बात पर गुस्सा किया करते थे। घर से निकलते वक्त भी उनका मूड अच्छा नहीं था। वह अपना मोबाइल और सभी जरूरत की सारी चीजें घर पर छोड़ गई थी। पिछले कई दिनों से परिवार के लोग उसकी तलाश कर रहे थे। इसके बाद आज सुबह बागेश्वर धाम से पुलिस ने घटना की जानकारी दी।
पिता के पास मिला सुसाइड नोट
मृतक राम प्रसाद लोधी के बेटे ने बताया कि पुलिस को पिता के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें उन्होंने पारिवारिक समस्याओं का जिक्र करते हुए लिखा है कि वह अपना जीवन बालाजी को समर्पित करना चाहते हैं। इस पूरे मामले की पुलिस बारीकी से जांच कर रही है। वहीं पुलिस ने सुसाइड नोट को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। शव का पोस्टमार्टम राजनगर स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है। पीएम होने के बाद शव को उसके परिजनों को सौंप दिया जाएगा।