छतरपुर की मस्जिदों के बाहर हथियारबंद जवान तैनात, दूसरे जिलों से बुलाई गई पुलिस
Chhatarpur News :पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है। छतरपुर जिले की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। सभी मस्जिदों के बाहर बड़ी संख्या में हथियार बंद पुलिस बल तैनात हैं।
Chhatarpur News : महाराष्ट्र के बाबा रामगिरि महाराज द्वारा पैगम्बर मोहम्मद साहब पर की अभद्र टिप्पणी के मामले में पिछले दिनों मध्य प्रदेश के छतरपुर में कोतवाली पुलिस को ज्ञापन सौंपने गए मुस्लिम समुदाय के लोगों और पुलिस के बीच भड़की हिंसा के बाद सीएम मोहन यादव के आदेश के बाद हुए बुलडोजर एक्शन के बाद माहौल खासा गर्म है। इसी कड़ी में आज कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है। जुमे की नमाज के चलते जिले की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। सभी मस्जिदों के बाहर बड़ी संख्या में हथियार बंद पुलिस बल तैनात किया गया है। यही नहीं, प्रशासन ने पुलिस कंट्रोल रूम परिसर में बुलडोजर खड़े कर रखे हैं।
पुलिस को संदेह है कि, शहर में हुई कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन किया जा सकता है। इस दौरान हिंसा भी भड़क सकती है। ऐसे में हर संभव स्थिति से निपटने के लिए छतरपुर ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भारी पुलिस बल शहर में तैनात कर दिया गया है। इसी के साथ वीडियोग्राफी कर उपद्रवियों पर नजर रखी जाएगी।
बुलडोजर कार्रवाई पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
-पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने उठाए सवाल
छतरपुर में हुई बुलडोजर कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। इस संबंध में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि पुलिस को इस तरह कार्रवाई के अधिकार नहीं है। इस तरह बना मकान ढहाना किसी कानून में नहीं लिखा। गलती है तो एफआईआर दर्ज करें, जेल भेजें। कड़ी कार्रवाई करनी थी। कानून बाबा साहब के संविधान से चलता है। थाने पर पथराव करना गलत था। उन सभी पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन इस तरह से मकान ढहा देना सही नहीं है।
-विधायक आरिफ मसूद ने सीएम को लिखा पत्र
भोपाल से विधायक आरिफ मसूद ने बिना नोटिस दिए घर और गाड़ियां तोड़ने वाले अफसरों पर कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि छतरपुर की कार्रवाई सीधे-सीधे न्याय व्यवस्था से उलट है। यहां संविधान लगभग समाप्ति की ओर है। कोई अपराधी अपराध करता है तो उसके लिए न्याय व्यवस्था में कार्रवाई के लिए प्रावधान है। इस संबंध में विधायक मसूद ने सीएम मोहन यादव को पत्र लिखा है।
कोतवाली थाने पर हुए पथराव के बाद सीएम मोहन यादव ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसके बाद से जिला प्रशासन ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए भीड़ को कोतवाली ले जाने वाले हाजी शहजाद अली के आलीशान बंगले पर बुल्डोजर चलाकर उसे जमीदोर कर दिया था। माना जा रहा है कि बंगले की अनुमानित कीमत 5 करोड़ रुपए से ज्यादा थी। यही नहीं, घर तोड़ने के दौरान वहां खड़ी गाड़ियों को भी चकनाचूर किया गया। बताया जा रहा है कि हाजी शहजाद अली कांग्रेस का जिला उपाध्यक्ष भी रहा है। उसके घर में खड़ी एक गाड़ी पर उपाध्यक्ष का प्लेट भी लगी थी।
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