उधर बड़ामलहरा विधानसभा क्षेत्र में भी भाजपा की मुश्किलें उनके ही अपने नेता बड़ा रहे हैं। पार्टी के दो बड़े नेता पूर्व जिला महामंत्री रामनाथ यादव और युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य मनोज यादव समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव मिलकर उन्होंने टिकट मांगी है। मनोज यादव सपा की टिकिट पर चुनाव लड़ेंगे और वे 9 नवंबर को नामांकन भरेंगे। इसी सीट से निवर्तमान विधायक रेखा यादव ने भी निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा कर दी है। वह भी शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी। भाजपा नेता सुनील घुवारा भी टिकट कटने से नाराज है। उन्होंने भी नामांकन फार्म भरने का निर्णय लिया है।
भाजपा प्रत्याशी राजेश प्रजापति के विरोध में भाजपा जिला महामंत्री एवं नगर पंचायत अध्यक्ष अनित्या सिंह ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। वहीं कांग्रेस के हरप्रसाद अनुरागी का भी जमकर विरोध हो रहा है। बसपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र अहिरवार के कारण यहां मुकाबला पहले से ही त्रिकोणीय था। वहीं महाराजपुर में भाजपा प्रत्याशी मानवेंद्र सिंह भंवर राजा का विरोध लगातार हो रहा है। भाजपा के पूर्व सांसद-विधायक जितेंद्र सिंह बुंदेला निर्दलीय चुनाव लडऩे के लिए घोषणा कर चुके हैं। वहीं काग्रेस प्रत्याशी नीरज दीक्षित का भी यहां विरोध हो रहा है। दोनों के बीच मुकाबला कांटे का होगा। दूसरी तरफ बिजावर में कांग्रेस प्रत्याशी शंकरप्रताप सिंह बुंदेला मुन्ना राजा के लिए कांग्रेस के बागी राजेश शुक्ला बबलू मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। राजेश शुक्ला समाजवादी पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ सकते हैं।