पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि, ‘राम मंदिर अब तक की भारतीय सनातनियों की सबसे बड़ी जीत है। दूसरी बात करोड़ों लोगों की आस्था के आराध्य प्रभु श्री राम 22 जनवरी को झुग्गी झोपड़ी से उठकर भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। मेरे मन में तो आ रहा है कि उस दिन महात्माओं को रसगुल्ला खिलाऊं, खुद खाऊं और फिर जय श्री राम वाला गीत बजाकर डांस कर लिया जाए। इससे लाख गुणा ज्यादा प्रसन्न हमारे वीर हनुमान जी होंगे।’
उन्होंने कहा कि राम मंदिर में सबसे बड़ी भूमिका उनकी है, जिन्होंने अपने प्राणों का बलिदानी दिया, जिन्होंने राम मंदिर बनाने के लिए अपने प्राण त्याग दिए, जगतगुरू रामभद्राचार्य की है, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में खड़े होकर प्रमाण दिया था, इसमें भूमिका हमारे प्रधानमंत्री और आरएसएस की है।
ऐसे नहीं तो ललकार करके ले लेंगे
पीओके को लेकर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अपने बाप की चीज नहीं मांगेंगे तो क्या दूसरों की मांगेगे? पीओके अपने बाप की बपौती है। हम उतने मजबूत नहीं हैं, नहीं तो ललकार कर ले लेंगे। वर्तमान भारत सरकार में उतनी दम है। वर्तमान प्रधानमंत्री में इतनी सामर्थता है, भारतीय नागरिक होने के नाते हमने वोट डाला है।
हमारी मांग है कि इसे वापस मिलाया जाए। जितनी हमारी सामर्थता है, हम आचार्य परंपरा को मानने वाले हैं, इसलिए वर्तमान भारत सरकार प्रयास करे हम प्रभु से प्रार्थना करेंगे और मिशन सक्सेसफुल होगा।