चर्चा का विषय बनी हिसाब की डायरी, अधिकारियों के नाम पर है लेनदेन
इस मामले में पुलिस सूत्रों के हवाले से जो खबरें सामने आ रही हैं वे बेहद चौकाने वाली हैं। खबर है कि 67 लाख की इस ठगी के मामले में पुलिस ने जिस तत्परता से गिरिराज शर्मा को गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध कार्यवाही शुरू की है उसके पीछे की वजह गिरिराज के हिसाब-किताब के दस्तावेज हैं। इस कारोबार में जुड़े एक विश्वनीय सूत्र ने बताया कि गिरिराज शर्मा और अभय भदौरिया के बीच हुई साझेदारी के दौरान हिसाब-किताब की जो डायरी बनाई गई थी उसमें गिरिराज ने कई अधिकारियों के नाम पर लाखों रूपए की मासिक बंधी चुकाने का ब्यौरा लिखा है। हिसाब-किताब की यह डायरी किसी भी वक्त शिकवा-शिकायत के दौरान पब्लिक हो सकती थी इसलिए इस मामले में गिरिराज शर्मा पर जल्द से जल्द शिकंजा कसा गया। यदि इस मामले की जांच लोकायुक्त या मुख्यमंत्री के निर्देश पर किसी विशेष टीम से कराई जाए तो इस कारोबार में कई अधिकारियों के शामिल होने के पुख्ता सबूत सामने आ सकते हैं।
इतनी नकदी कहां से आई, इनकम टैक्स ले संज्ञान
इस मामले में चौकाने वाली ये है कि पुलिस के पास लिखित रूप से लाखों रूपए ठगे जाने की शिकायतें की गई हैं। पुलिस ने मामला भी दर्ज कर लिया है लेकिन शिकायत में कहा गया है कि 40 लाख का नगद एवं 27 लाख का ऑनलाईन लेनदेन हुआ है फिर भी इस मामले में अब तक आयकर विभाग ने संज्ञान नहीं लिया है। इतनी बड़ी राशि नगद लेनदेन के लिए दोनों पक्षों के पास कहां से आई इस मामले में आयकर विभाग को भी जांच करनी चाहिए। इस जांच से आय से अधिक संपत्ति का मामला भी सामने आ सकता है।