2100 छात्रों के लिए व्यवस्थाएं
प्राप्त जानकारी के मुताबिक नई बिल्डिंग में कक्षा 1 से 12 तक के लगभग 2100 छात्रों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। छात्रों को वैज्ञानिक शिक्षा में मदद के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लैब्स का निर्माण किया गया है। इसके अलावा, स्कूल में कंप्यूटर लैब, डांसिंग और सिंगिंग क्लासेस के लिए विशेष कमरे भी तैयार किए गए हैं। खेलकूद के लिए बड़ा मैदान, सभा कक्ष, और रसोईघर भी इस भवन का हिस्सा हैं। इसके साथ ही पूरे स्कूल परिसर को सीसीटीवी कैमरों से कवर किया गया है ताकि विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
टीम ने तीन घंटे तक किया निरीक्षण
निरीक्षण के लिए आई संयुक्त टीम ने तीन घंटे तक स्कूल परिसर के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया। ज्वाइंट डायरेक्टर विकास जोशी ने कहा कि निर्माण कार्य संतोषजनक है और अगले 1-2 महीनों के भीतर इसे शिक्षा विभाग को सौंप दिया जाएगा। इसके बाद, माननीय मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान ठेकेदार हरगोविंद गुप्ता को निर्देश दिए गए कि बची हुई छोटी-मोटी कमियों को शीघ्र सुधारें। ज्वाइंट डायरेक्टर दीपक जोशी ने बताया कि केवल सागर संभाग में ही बेसन (मिड-डे मील) की निविदा प्रक्रिया शेष है, बाकी सभी स्थानों पर इसकी व्यवस्था हो चुकी है। जल्द ही सागर संभाग में भी बेसन की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी।
आसपास के बच्चों को मिलेगा लाभ
यह वल्र्ड क्लास बिल्डिंग केवल नौगांव के छात्रों को ही नहीं, बल्कि आसपास के गांवों और नागौर नगर के बच्चों को भी बेहतर शिक्षा प्रदान करेगी। आने वाले समय में, छात्रों के लिए स्कूल बसों का प्रबंध भी किया जाएगा, जिससे आवागमन की समस्या हल हो सकेगी। यह नई बिल्डिंग छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगी। आने वाले समय में यह भवन न केवल नौगांव, बल्कि आसपास के गांवों के छात्रों के लिए भी शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। इसके पूरा होने के बाद, यह परियोजना क्षेत्र के शैक्षिक परिदृश्य में एक क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।