सूत्रों के अनुसार नागरिकों को मकान खाली करने के लिए नोटिस दिया गया है और उनके लिए कोवई पुदुर व वेल्लालोर में तमिलनाडु स्लम क्लीयरेंस बोर्ड की ओर से निर्मित भवन बनाए गए है जहां उन्हें रहने के लिएकहा गया है।दरअसल, कर्मचारियों की समस्या यह है कि उन्हें सुबह साढ़े पांच बजे काम पर रिपोर्ट करना होता है। नए मकान शहर से दूर होने के कारण समय पर कार्यस्थल पर पहुंचना उनके लिएआसान नहीं होगा। कर्मचारियों का कहना है कि अत्यधिक दूरी के कारण सुबह तड़के काम पर पहुंचना असंभव होगा। कर्मचारियों का यह भी कहना है कि चूंकि वे नगर निगम के लिए कार्य कर रहे हैं ऐसे में उन्हें शहर के भीतर ही मकान आवंटित किएजाएं।बताया जाता है कि कर्मचारियों ने आयोग के सदस्य जगदीश हिरेमानी के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं और उनसे समाधान की गुहार की। हिरेमानी ने कर्मचारियों की मांगों से सहमति जताते हुए अधिकारियों से कहा है कि शहर के भीतर ही कर्मचारियों को बसाने का इंतजाम किया जाए और इसके लिएकिसी वैकल्पिक स्थल को चिन्हित किया जाए।सूत्रों के अनुसार जिला राजस्व अधिकारी ने हिरेमानी को बताया कि बायोमैट्रिक सर्वे व भूमि आवंटन लगभग पूरा हो चुका है। ऐसे में इस समय सरकार के लिएकोई वैकल्पिक स्थान तलाश कर पाना नामुमकिन है। फिलहाल मकान तैयार हैं। फ्लाई ओवर का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होगा।
एक कर्मचारी ने बताया कि आज जबकि अधिकांश क पनियां और निगम कर्मचारियों को अपने कार्यस्थल के आसपास रहने के लिएमकान दे रहे हैं। ऐसे में शहर में काम करनेवाले सफाई कर्मियों को शहर के बाहर बसाना कहां तक उचित है। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे तो रेसकोर्स इलाके या मुरुगन थिएटर के पास आसानी से जगह मिल सकती है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी शहर से बाहर स्थानांतरित नहीं होंगे।मालूम हो कि उक्कडम लाईओवर की ल बाई 1.7 किलोमीटर होगी। राज्य सरकार ने चार लेन के लाईओवर के निर्माण के लिए कुल 121.82 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। इसके साथ ही भूमि अधिग्रहण के लिए कुल 88.61करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं।