अगर आपको रंगों का सही ज्ञान नहीं होगा तो आप कभी भी एक सफल और बेहतरीन इंटीरियर डिजाइनर नहीं बन सकेंगे। आपको एक अच्छा इंटीरियर डिजाइनर बनने के लिए रंगों के बारे में सीखना चाहिए। ऐसा करने के बाद ही आप बेहतरीन और खूबसूरत तरीके से किसी भी जगह को सजा सकेंगे और तारीफ पा सकेंगे।
एक इंटीरियर डिजाइनर के तौर पर यह जरूरी होता है कि आप बैलेंस और कॉन्ट्रास्ट की जानकारी जरूर रखते हों। आपको पता होना चाहिए कि आपको किस जगह पर किस तरह कलर, पॉलिश या टेक्सचर का बैलेंस बनाना है। साथ ही आपको इसकी भी जानकारी होनी चाहिए कि आपको कुछ चीजों में कॉन्ट्रास्ट कैसे बैठाना है। इन चीजों के बारे में सीखने के बाद ही आप एक सफल इंटीरियर डिजाइनर बन सकते हैं।
स्केल को पढऩा और सही प्रपोर्शन देखना, इंटीरियर डिजाइन के लिए बहुत जरूरी हिस्से हैं। उदाहरण के तौर पर ऊंची छत किसी भी कमरे को खुला हुआ और हवादार दिखाती हैं। वहीं, किसी को कंफर्टेबल और कोजी महसूस कराने के लिए ह्यूमन स्केल जरूरी होता है। अत: स्केल की पहचान होनी जरूरी है।
इंटीरियर डिजाइन का एक स्तंभ होता है आर्किटेक्चर की समझ होना। इंटीरियर डिजाइन किसी भी लोकेशन को संवारता है और वह उस जगह के आर्किटेक्चर के हिसाब से ही हो तो बेहतर रहता है। इसी वजह से आपको एक इंटीरियर डिजाइनर के तौर पर आर्किटेक्चर की समझ भी जरूर होनी चाहिए। आर्किटेक्चर की समझ के बिना आप अपना इंटीरियर डिजाइनिंग का काम बेहतरीन ढंग से नहीं कर सकेंगे।
एक बेहतरीन इंटीरियर डिजाइनर बनने और इस सेक्टर में सफलता हासिल करने के लिए आपमें अवलोकन की क्षमता होनी चाहिए। आप जहां भी जाएं आपको वहां के डिजाइन और खूबसूरती को देखना आना चाहिए। याद रखें कि आपके आसपास की पूरी दुनिया बेहतरीन डिजाइन के उदाहरणों, क्राफ्ट्समैनशिप और अनोखी प्रेरणाओं से भरी हुई है। आपको जरूरत होती है, उन्हें परखने की। जब आप चीजों का अवलोकन करना सीख लेते हैं तब आपके काम में खुद-ब-खुद निखार आता चला जाता है जो आपके बिजनेस को आगे ले जाने में काफी मददगार होता है।
इंटीरियर डिजाइन सेक्टर में कामयाबी हासिल करने के लिए आपको चाहिए कि आप सुनने की कला में माहिर हों। किसी भी प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने से पहले आपको अपने क्लाइंट की बात अच्छी तरह से सुन और समझ लेनी चाहिए कि वह आपसे क्या चाहता है, उसके बाद ही आपको अपने सुझाव उसे देने चाहिए। हो सकता है कि आपको एक बार में अपने क्लाइंट के विचार समझ न आएं लेकिन बातचीत करके आप उसकी बात को समझ सकते हैं। इससे आप बेहतर तरीके से काम कर सकेंगे और क्लाइंट के मनमुताबिक उसे काम करके दे सकेंगे जिससे वह आपसे खुश रहेंगे।
इंटीरियर डिजाइनिंग में आपको यह हुनर सीखना चाहिए कि आपके पास जो भी चीज है, उसका पूरा इस्तेमाल कैसे किया जाए। आपको सीखना चाहिए कि आप किसी जगह को बेहतरीन तरीके से किस तरह डिजाइन करें कि उस जगह की क्षमता बढ़ जाए यानी उसका ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जा सके। आखिर, इंटीरियर डिजाइन के जरिए आप दुनिया को बेहतर बनाते हैं इसलिए क्षमता बढ़ाने का हुनर जरूरी है।
इंटीरियर डिजाइनर के तौर पर आपका काम सिर्फ डिजाइन बताना ही नहीं है। आपको सफल होने के लिए ऐसे डिजाइन बताने चाहिए जो व्यावहारिक हों। जिन्हें वास्तविकता में पूरा किया जा सके। ऐसा नहीं होना चाहिए कि आप जो डिजाइन बताएं, उसे बनाया ही न जा सके या फिर जो बनने के बाद उस जगह से मेल न खाए। एक बेहतरीन और प्रोफेशनल इंटीरियर डिजाइनर के तौर पर व्यावहारिकता जरूरी है।