इंटीरियर डिजाइनर केवल घरों को सजाने-संवारने तक ही सीमित नहीं है बल्कि शॉपिंग मॉल, मल्टीप्लेक्स, हॉस्पिटल, एयरपोर्ट, रेस्तरां, होटल, ऑफिस आदि अन्य कई कॉर्पोरेट ऑफिस के साथ-साथ बॉलीवुड तथा टीवी इंडस्ट्री में भी इस तरह के प्रोफेशनल्स की मांग बढ़ गई है। इनके अनुसार ही यहां के रंग, फर्नीचर और डेकोरेशन का चयन किया जाता है। खास बात यह है कि वे ग्राहक के बजट के अनुसार ही प्लानिंग, कंस्ट्रक्शन, रेनोवेशन और डेकोरेशन पर ध्यान देते हैं।
शैक्षणिक योग्यता से पहले इस क्षेत्र में सबसे पहले व्यक्ति में कला व समझदारी होना जरूरी है। दूसरी तरफ न्यूनतम ५० प्रतिशत अंकों के साथ १२वीं पास होना अनिवार्य। बिल्डिंग की बनावट और डेकोरेट के नए तौर तरीकों को जानना जरूरी है। जनसंपर्क का होना अनिवार्य है।
वैसे तो इस क्षेत्र में इनकम कम ही है लेकिन यदि स्किल और कार्य क्षमता अच्छी है तो प्रत्येक कॉन्ट्रैक्ट के हजारों रुपए मिल सकते हैं। कॅरियर की शुरुआत आप किसी अनुभवी इंटीरियर डेकोरेटर के साथ काम करके कर सकते हैं। इसके लिए आपको ५-१० हजार रुपए मिल सकते हैं। वही यदि आप इस फील्ड में अनुभवी हैं तो अपनी स्किल के अनुसार आप हजारों व लाखों रुपए की डिमांड कर सकते हैं।
इंटीरियर डिजाइनिंग में कॅरियर बनाने के लिए १२वीं के बाद डिप्लोमा, डिग्री और सर्टिफिकेट कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। ग्रेजुएशन के बाद इस क्षेत्र में पीजी डिप्लोमा और डिग्री कोर्स कर सकते हैं। आजकल युवा इस क्षेत्र में आइटीआइ और पॉलीटेक्नीक के कोर्स भी करते नजर आ रहे हैं। जिसके लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। इस फील्ड से जुड़े संबंधित कोर्स हैं-
(1) बैचलर इन इंटीरियर डिजाइन
(2) बीए इन इंटीरियर आर्किटेक्चर एंड डिजाइन
(3) डिप्लोमा इन इंटीरियर स्पेस एंड फर्नीचर डिजाइन
(4) पीजी डिप्लोमा इन इंटीरियर डिजाइन आदि
(1) इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीरियर डिजाइनर्स, नई दिल्ली
(2) नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
(3) नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीरियर एंड फैशन टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर
(4) मैनेजमेंट एंड डिजाइन एकेडमी, नई दिल्ली