दरअसल कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के छात्रों ने ऐसी इलेक्ट्रिक कार तैयार की है जो एक बार चार्ज होकर 900 चलती है। यह बात हैरान होने के साथ ही काफी रोमांचित भी करती है क्योंकि क्योंकि ये कार अगर भारत में आ जाए तो भारत में प्रदूषण की समस्या को काफी हद तक खत्म किया जा सकता है।
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कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने हेलिया (Helia) नाम की इलेक्ट्रिक कार बनाई है ये कार सिंगल चार्जिंग पर 559 माइल्स (करीब 900) किलोमीटर चलती है। इस इलेक्ट्रिक कार की टॉप स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटे है और इसकी सामान्य स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटे की है। Helia में 4 लोगों के बैठने के लिए स्पेस है और ख़ास बात तो ये है कि इस कार की रेंज टेस्ला से दोगुनी है।
इस कार की छत पर सोलर पैनल लगाए गए हैं जो बिजली पैदा करते हैं जिससे ये कार लंबी दूरी तय करने में सक्षम हो पाती है। इस कार को स्टैंडर्ड इलेक्ट्रिक वेहिकल के चार्जर से चार्ज किया जा सकता है। यह कार 550 किलोग्राम वजनी है। हेलिया को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की इको रेसिंग टीम ने डिवेलप किया है, जिसमें 20 अंडरग्रेजुएट स्टूडेंट्स और प्रोग्राम डायरेक्टर जियोफैन जैंग शामिल हैं।
इस कार को तैयार करने में 2 साल का समय लगा है। इस कार को ब्रिटिश कार मैन्युफैक्चरर्स और इंजीनियरिंग फर्म्स की पार्टनरशिप में डिवेपल किया गया है, इसमें फोर्माप्लेक्स, डेल्टा मोटरस्पोर्ट और 8D क्लोजर्स शामिल हैं। हेलिया को पहली बार 19 अगस्त 2019 को लंदन साइंस म्यूजियम में पेश किया गया था।