कार के सभी पेपर्स ठीक जांचे:
अपनी नई कार की डिलीवरी लेने से पहले गाड़ी के सभी पेपर्स की ठीक से जांच करें। डीलर की तरफ से जो पेपर्स दिए जा रहे हैं क्या वो सही है या नहीं इसकी जांच जरूर करें। ध्यान रहे कार की पेमेंट के पेपर्स, पर्मानेंट रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, इंश्योरेंस पेपर, मैन्युअल्स, वॉरंटी कार्ड, रोडसाइड असिस्टेंस नंबर और सर्विस बुक जैसे डॉक्यूमेंट चेक करने होंगे।
अब कार को बाहर से चेक करें:
डिलीवरी से पहले कार डीलर आपको कार को चेक करने को जरूर कहता है, इसलिए नई कार की पूरी बॉडी को हर तरह से देखें। क्योकिं कई बार छोटे-छोटे डेंट, निशान या स्क्रैच पर जल्दी से नजर नहीं जाती। और जब बाद में इनका पता चलता है तो तब तक काफी देर हो जाती है। इसलिए कार को पूरी तरह से चेक करें। और यही कोई डेंट या निशान आपको नार आये तो तुरंत इस बारे में सेल्स टीम से बात करें।
टायर्स की भी जांच जरूरी:
वैसे हर नई कार में नए टायर्स ही लगे होते हैं लेकिन कई बार टायर फटे या कटे होने की शिकायतें सामने आई हैं ऐसे में गाड़ी के हर टायर की जांच जरूरी करें साथ ही स्तेफनी को भी ठीक से देख लें। इसके अलावा रिम और एलॉय व्हील को भी देखें।
इंजन और AC को चेक करें:
किसी भी गाड़ी में दो सबसे जरूरी चीज़ें होती हैं एक उसका इंजन और दूसरा एसी, इसलिए नई कार लेते समय इन दोनों ही चीज़ों को ध्यान से चेक करलें और अगर आपको कोई ख़राबी महसूस होती है तो तुरंत शोरूम वाले को बताए। ऐसे करने से आपकी कार की डिलीवरी से पहले वो खराबी ठीक कर दी जाएगी या फिर आपको नई कार दी जाएगी। इससे आप आने वाले समय में आराम से अपनी नई कार का मज़ा ले पाएंगे।