वर्ल्डलाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार, UPI P2M ((Person to Merchant) ट्रांजैक्शन कंज़्यूमर्स का सबसे पसंदीदा पेमेंट मोड बन गया है, जिसकी मार्केट में हिस्सेदारी 64 प्रतिशत है और वैल्यू के टर्म्स में 50 फीसदी है। वर्ष 2022 की पहली तिमाही में UPI के जरिए 14.55 बिलियन से अधिक लेनदेन हुआ है और वैल्यू के टर्म्स में ये आंकड़ा 26.19 ट्रिलियन रुपये का है।
2021 की तुलना में 99 फीसदी अधिक रहा ट्रांजैक्शन
पिछले साल की तुलना में ये आँकड़े लगभग दोगुने हैं। ये वर्ष 2021 की पहली तिमाही की तुलना में 99 फीसदी अधिक है। केवल मई महीने की बात करें तो UPI के जरिए कुल 5.95 अरब ट्रांजैक्शन किए गए थे जिसमें कुल राशि 10.41 लाख करोड़ रुपये रही, जबकि मई 2021 में UPI ट्रांजैक्शन की संख्या 2.54 अरब रही थी।
पहली तिमाही में जिस UPI एप पर सबसे अधिक ट्रांजैक्शन हुआ उसमें PhonePe, Google Pay, Paytm Payments Bank App, Amazon Pay, एक्सिस बैंक ऐप शामिल रहे। इनसे करीब 94.8 फीसदी का ट्रांजैक्शन किया गया है।
टॉप PSP यूपीआई प्लेयर की बात करें तो इसमें यस बैंक, एक्सिस बैंक,SBI , HDFC Bank और Paytm पेमेंट बैंक शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार, यूपीआई P2P (पीयर-टू-पीयर) ट्रांजैक्शन के लिए औसत टिकट साइज़ (ATS) 2,455 रुपये और P2M ट्रांजैक्शन (मार्च तक) के लिए ATS 860 रुपये था।
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ट्रांजैक्शन में घटा डेबिट कार्ड का इस्तेमालवहीं, क्रेडिट कार्ड के जरिए ट्रांजैक्शन में शेयर 7 फीसदी का होता है, लेकिन इसकी 26 फीसदी वैल्यू दर्शाती है कि ग्राहक अभी भी हाई वैल्यू के ट्रांजैक्शन के लिए अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करना पसंद करते हैं।
डेबिट कार्ड का ट्रांजैक्शन में शेयर 10 फीसदी का होता है, लेकिन इसकी वैल्यू 18 फीसदी होती है। यूपीआई का क्रेज बढ़ने की वजह से इसमें कमी आई है।